आध्यात्मिकता, योग और भारतीय संस्कृति का संगम बनी यात्रा
यमुनानगर, 16 दिसंबर (हप्र)
भारतीय योग संस्थान के साधकों ने गांव झंडा स्थित प्राचीन शिव मंदिर और सत्कुंभा तीर्थ स्थल की एक विशेष यात्रा की। यह यात्रा आध्यात्मिकता, योग और भारतीय संस्कृति के संगम का प्रतीक बनी। इस अवसर पर साधकों को आध्यात्मिकता और सामूहिकता से जोड़ा।
यात्रा का स्वागत बलबीर चौधरी ने अपने गांव झंडा में सबको जलपान करा कर किया। झंडा स्थित शिव मंदिर पर भारतीय योग संस्थान नारायणगढ़ के ज़ोन प्रधान संजय धीमान का जन्मदिन मनाया गया। इस अवसर पर साधकों ने प्रार्थना, शुभकामनाएं और आरती के साथ इस दिन को और भी खास बनाया। साधकों ने सत्कुंभा तीर्थ स्थल पर सामूहिक साधना, ध्यान और प्रार्थना की। साधिका नविता के नेतृत्व में साधकों ने एरोबिक व्यायाम किया। व्यायाम सत्र ने न केवल सभी को शारीरिक रूप से सक्रिय रखा, बल्कि एकता और उत्साह का भी वातावरण बनाया।
जोन प्रधान संजय धीमान ने कहा कि भारतीय योग संस्थान का उद्देश्य न केवल योग और साधना को बढ़ावा देना है, बल्कि अपने साधकों को भारतीय संस्कृति और परंपराओं से भी जोड़े रखना है। इस यात्रा ने साधकों को ध्यान, सामूहिक साधना और शारीरिक स्वास्थ्य का अद्भुत अनुभव दिया।
इस अवसर पर मनोज वालिया, तेजस वालिया, राजेश वर्मा, केंद्र प्रमुख राजेश शर्मा, पंडित रमाशंकर, हमीर सिंह धीमान, हरीश शर्मा, अजीत त्यागी, कनिका अग्रवाल, सहजन, नविता, लाजपत भारापुर, संजय कुमार, प्रवीण, नरेंद्र, पुष्पिंदर, रमेश धीमान, रामनाथ धीमान और उमेश मौजूद रहे।