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प्रतिष्ठा पर बात आई, अब परिवार के लिए है लड़ाई

06:52 AM Oct 03, 2024 IST

दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 2 अक्तूबर
हरियाणा विधानसभा चुनाव में इस बार आठ सांसदों (लोकसभा व राज्यसभा) की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। इन सांसदों के परिजन मैदान में डटे हैं। चार सांसदों के बच्चे, दो की मां, एक की पत्नी और एक के पिता विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें से पांच पहली बार विधानसभा के लिए चुनावी रण में हैं। हालांकि कुछ पूर्व सांसदों के भी परिजन भाग्य आजमा रहे हैं।
अम्बाला लोकसभा क्षेत्र से इस बार के चुनावों में जीत हासिल करने वाले कांग्रेस के सांसद वरुण चौधरी की पत्नी पूजा चौधरी आरक्षित मुलाना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं। वर्ष 2019 में वरुण ने पहली बार मुलाना से ही विधानसभा चुनाव जीता था। पूजा के ससुर व पूर्व शिक्षा मंत्री फूलचंद मुलाना भी यहां से विधायक बनते रहे हैं। पूजा चौधरी का मुकाबला भाजपा उम्मीदवार व पूर्व मंत्री संतोष चौहान सारवान से हो रहा है।
राजस्थान से राज्यसभा सांसद और हरियाणा सरकार में हैवीवेट मंत्री रह चुके रणदीप सिंह सुरजेवाला के बेटे आदित्य सुरजेवाला को कांग्रेस ने कैथल से टिकट दिया है। रणदीप कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और कर्नाटक मामलों के प्रभारी भी हैं। वह 2019 में कैथल से भाजपा के लीलाराम गुर्जर के हाथों चुनाव हार गए थे। अब आदित्य सुरजेवाला अपने पिता की हार का बदला लेने के लिए कैथल में लीलाराम गुर्जर के मुकाबले चुनावी रण में डटे हैं।
कैथल जिले के कलायत विधानसभा क्षेत्र से हिसार से कांग्रेस सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश ‘जेपी’ के बेटे विकास सहारन चुनाव लड़ रहे हैं। जेपी खुद भी कलायत से विधायक रह चुके हैं। कलायत में कांग्रेस के कई मजबूत उम्मीदवारों के बीच पार्टी हाईकमान ने जेपी के बेटे को टिकट देने का फैसला लिया। पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा इस बार भी गढ़ी-सांपला किलोई से ही चुनाव लड़ रहे हैं। उनके बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा रोहतक से सांसद हैं।
भाजपा के समर्थन से राज्यसभा पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा के बेटे कार्तिकेय शर्मा भी अपनी मां शक्ति रानी शर्मा के चुनाव प्रचार में डटे हैं। अम्बाला सिटी नगर निगम की मेयर शक्ति रानी शर्मा भाजपा टिकट पर कालका से चुनाव लड़ रही हैं। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आईं और अब राज्यसभा सांसद किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी अपने परिवार की परंपरागत सीट तोशाम से भाजपा टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। श्रुति का यह पहला विधानसभा चुनाव है। हालांकि इससे पहले वह भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद रह चुकी हैं।
इसी तरह केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती सिंह राव भाजपा टिकट पर अटेली से चुनाव लड़ रही हैं। आरती का भी यह पहला चुनाव है। अटेली में उनके दादा व भूतपूर्व मुख्यमंत्री राव बीरेंद्र सिंह विधायक रह चुके हैं। कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल हिसार विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रही हैं। वह हरियाणा सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। भाजपा टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया।

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