गीता जयंती और सूर्यग्रहण की तारीखों का मामला पहुंचा सीएम दरबार
चंडीगढ़, 7 दिसंबर (ट्रिन्यू)
गीता जयंती महोत्सव और सूर्यग्रहण समेत विभिन्न त्योहारों की तिथि निर्धारित करने का मामला अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष पहुंच गया है। दरअसल, राज्य के विद्वानों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की ओर से इन दोनों प्रमुख आयोजनों के साथ-साथ राज्य में मनाए जाने वाले त्योहारों का स्थानीय कैलेंडर आज तक तैयार नहीं किया गया है। यह स्थिति तब है, जब कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के पास भारी भरकम बजट है। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड में विद्वान गणितज्ञों की नियुक्ति नहीं होने तथा बोर्ड के सदस्यों के रूप में ज्ञानवान लोगों को जिम्मेदारी नहीं मिलने से ऐसी स्थिति बनी है।
कुरुक्षेत्र के 48 कोस की परिक्रमा में शामिल विभिन्न धर्मक्षेत्रों के संचालकों, विद्वानों व ज्योतिषियों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पास अपनी आपत्ति दर्ज कराई है। कुरुक्षेत्र के भाजपा विधायक सुभाष सुधा के माध्यम से इन विद्वानों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की।
गायत्री ज्योतिष अनुसंधान संस्थान कुरुक्षेत्र के संचालक डा. रामराज कौशिक के अनुसार सालभर के त्योहारों का स्थानीय कैलेंडर जारी किया जाना चाहिए, ताकि सूर्यग्रहण व गीता जयंती महोत्सव के आयोजन की तारीख को लेकर असमंजस न बन पाए। यह असमंजस कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड में ज्ञानवान गणितज्ञों की नियुक्तियों से संभव है।
उन्होंने कहा कि यदि सरकार और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड स्थानीय कैलेंडर जारी नहीं करता तो इसे राज्य के विद्वान करेंगे, लेकिन सवाल यह खड़ा रहेगा कि सूर्यग्रहण और गीता जयंती महोत्सव किन तारीखों में मनाया जाएगा, क्योंकि कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड इन दोनों कार्यक्रमों का आयोजन अपनी सुविधा व अवकाश के दिनों को ध्यान में रखकर करता है।