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किसानों की मेहनत पर पानी

07:05 AM Apr 20, 2024 IST
इंद्री अनाज मंडी में शुक्रवार को गेहूं के बोरों पर पड़े ओले।

चंडीगढ़/ शिमला, 19 अप्रैल (ट्रिन्यू/ हप्र)
हरियाणा और पंजाब में शुक्रवार को फसलों पर आंधी, बारिश और ओलावृष्टि की मार पड़ी। अनाज मंडियों में खुले में पड़े गेहूं और खेतों में खड़ी फसल को काफी नुकसान हुआ है। पंजाब और हरियाणा के अलावा चंडीगढ़ में भी दोपहर बाद मौसम का मिजाज एकदम बदल गया।
पंजाब में कई प्रमुख सड़कों पर पेड़ भी गिरे। पटियाला-सरहिंद सड़क पर दो गाड़ियाें पर पेड़ गिरने से जाम लग गया। वहीं, जैतों-कोटकपूरा सड़क पर एक बस और ट्रैक्टर पर बिजली के खंभे गिर गये। उधर, हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति में ऊंचाई वाले इलाकों में जहां व्यापक बर्फबारी हुई, वहीं जिले के निचले इलाकों में दिनभर वर्षा  होती रही।
मौसम विभाग ने अगले दो दिन पंजाब के कई जिलों में बारिश होने की संभावना जताई है। वहीं, हिमाचल प्रदेश में लगभग एक सप्ताह तक अलग-अलग स्थानों पर वर्षा और हिमपात के आसार हैं।
कटाई के काम पर ब्रेक हरियाणा के इन्द्री में दोपहर बाद तेज हवाओं के साथ भारी ओलावृष्टि ने गेहूं और सब्जियों की फसलों को बर्बाद कर दिया। क्षेत्र में ओलों की सफेद चादर फैल गई। पूंडरी में भी शाम को अचानक मौसम खराब हो गया और बारिश के साथ जमकर ओले पड़े। मंडी में गेहूं की फसल भीग गई। उधर, समालखा की नयी अनाज मंडी में खुले में रखा करीब 50 हजार क्विंटल गेहूं और भरी हुई करीब एक लाख बोरियां भीग गयीं। किसानों का कहना है कि बेमौसमी बरसात से गेहूं कटाई का काम कम से कम दो दिन रुकने की संभावना है, क्योंकि खेतों में पानी भर गया है। पकी हुई फसलें बिछ गईं, सब्जियों की फसलें बर्बाद हो गईं। पंजाब के दस जिलों- अमृतसर, बठिंडा, फरीदकोट, फतेहगढ़ साहिब, जालंधर, मानसा, लुधियाना, मोगा, संगरूर और पटियाला में कहीं ज्यादा व कहीं कम ओलावृष्टि हुई। बरनाला, फिरोजपुर, कपूरथला और रूपनगर में बारिश हुई। मोगा जिले में ओलावृष्टि के कारण 25 फीसदी से ज्यादा झाड़ के नुकसान की आशंका है, जबकि बठिंडा जिले में 15 फीसदी झाड़ प्रभावित हो सकता है। राजपुरा क्षेत्र में भी ओलावृष्टि ने फसलों को नुकसान पहुंचाया है।

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