मुख्यसमाचारदेशविदेशखेलबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाब
हरियाणा | गुरुग्रामरोहतककरनाल
रोहतककरनालगुरुग्रामआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकीरायफीचर
Advertisement

कलाम का बड़प्पन

07:39 AM May 27, 2024 IST
Advertisement

जुलाई, 2002 में भारत के ग्यारहवें राष्ट्रपति पद पर आसीन होने के कुछ दिनों बाद महामहिम डॉ. अबुल पकिर जैनुलाअब्दीन अब्दुल कलाम किसी कार्यक्रम की वजह से त्रिवेंद्रम के राजभवन में ठहरे हुए थे। इस दौरान उन्हें जानकारी मिली कि वे वहां बतौर राष्ट्रपति अपने किन्हीं दो परिचितों को आमंत्रित कर सकते हैं। डॉ. कलाम ने इस मौके पर अपने जिन दो परिचितों को आमंत्रित किया, उनसे उनका संपर्क तब हुआ था जब वे दशकों पहले बतौर एक वैज्ञानिक त्रिवेंद्रम में रहा करते थे। इनमें से एक पटरी पर बैठने वाला वह मोची था जिससे वे अपने जूते ठीक करवाते थे और दूसरा एक छोटे से होटल का मालिक, जिसके यहां वे यदाकदा जलपान किया करते थे। प्रस्तुति : अक्षिता तिवारी

Advertisement
Advertisement
Advertisement