‘ग्रामीण सेवा की बसें बंद करना चाहती है सरकार’
रोहतक, 16 अप्रैल (हप्र)
हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन (संबंधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा) ने ग्रामीण रात्रि ठहराव वाली बसों को डिपो में खड़ा करने के आदेश की निंदा करते हुए इसे वापस लेने की मांग की है। यूनियन ने आरोप लगाया कि इन आदेशों से बसों के संचालन पर जहां चालक, परिचालकों को समय से अतिरिक्त कार्य करना पड़ेगा, वहीं सुबह खाली बसें गांव सेवा के लिए जाएंगी। इसी प्रकार शाम को गांव से खाली डिपो में लाई जाएंगी। इससे विभाग को घाटे का सामना करना पड़ेगा।
कर्मचारी नेताओं नरेंद्र दिनोद, सुमेर सिवाच, शिव कुमार, सुशील कुमार, नविन राणा एवं जयकुंवार दहिया ने कहा कि हरियाणा सरकार कर्मचारियों की मांगों को लेकर पहले से गंभीर नहीं हैं, ऊपर से नयी नीतियां लाकर जले पर नमक डालने का काम कर रही है। जयकुंवार दहिया ने कहा कि नये फरमान से सरकार ग्रामीण सेवा की बसों को बंद करना चाहती है। कर्मचारी नेताओं ने आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित नीतियों के तहत रोडवेज विभाग को धीरे-धीरे साहूकार घरानों के हाथों में देना चाहती है। सरकार कर्मचारियों को मिलने वाली सुविधाएं छीन रही है और विभाग को सिकोड़ने का काम कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी की सरकार की मनमानी रोकने के लिए रोडवेज का प्रत्येक कर्मचारी आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेगा।