बड़े प्रोजेक्ट लाने से पहले किसानों को विश्वास में ले सरकार : मामूमाजरा
शाहाबाद मारकंडा, 28 मई (निस)
भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी के कार्यकारी हलका प्रधान, प्रगतिशील किसान व हरियाणा कंबोज सभा के हलका प्रधान जसबीर सिंह कंबोज मामूमाजरा ने सरकार से अपील की कि कोई भी बड़े प्रोजेक्ट, जिनके गुजरने से इस क्षेत्र के किसान प्रताड़ित व प्रभावित हों, के गुजारने से पूर्व यहां के किसान प्रतिनिधियों को विश्वास में लिया जाए। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि दादुपुर नलवी नहर डिनोटिफाई हो चुकी है लेकिन इसके लिए अधिगृहीत भूमि अब तक भी किसानों को वापस नहीं दी गई। हालांकि नियम है कि अगर अधिगृहीत भूमि पर कोई प्रोजेक्ट 5 वर्ष तक नहीं बनता तो यह जमीन वापस किसानों को लौटानी होगी।
उन्होंने कहा कि 152 जी कोरिडोर के निर्माण से किसानों को अपनी जमीनों में जाने के लिए रास्ते उपलब्ध नहीं हैं तथा किसानों को पाइपलाइन दबाने में समस्या पेश आ रही है क्योंकि कहीं पर भूमि खोदी गई है तो कहीं पर समतल है। ऐसे में यदि किसान पाइप लाइन दबाता है तो भारी मशीनरी के कारण यह पाइप लाइन टूट जाती है। उन्होंने कहा कि प्रशासन अपने स्तर पर जिन किसानों के खेत दो भागों में बंट गए हैं उन्हें दूसरे किसानों के खेतों से पाइप लाइन डालने की प्राथमिकता के आधार पर इजाजत दे। उन्होंने कहा कि 152 जी कोरिडोर में सड़क निर्माण से किसान खफा हैं। यह जलबेहड़ा से पट्टी शहजादपुर तक बन रहा है। कंबोज के अनुसार ऐसी जानकारी है कि भिवानी से रोहतक, पानीपत, करनाल, कुरूक्षेत्र, अंबाला व शंभु नई रेल लाईन का सर्वे चल रहा है जिसमें बताया जाता है कि प्रोजैक्ट की चौड़ाई 160 मीटर है जो कि लगभग अढाई एकड़ बनती है। यह रेलमार्ग खेतों को त्रिभुजों में काटता हुआ गुजरेगा। अगर सर्वे सिरे चढ़ता है तो सभी गांव पानी में डूब जाएंगे।