सरकार प्राचीन संस्कृति को संजोए रखने के लिए प्रयासरत : कुलवंत बाजीगर
सीवन, 1 फरवरी (निस)
हरियाणा प्रदेश घुमंतु जाति प्रकोष्ठ के संयोजक एवं पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर ने कहा कि हरियाणा सरकार प्राचीन संस्कृति को संजोए रखने के लिए बेहतरीन काम कर रही है। लुप्त नदियों को दोबारा से पुनर्जीवित करने के लिए करोड़ो रुपए की धनराशि से सरस्वती नदी पर घाटों के निर्माण के साथ-साथ सौंदर्यकरण का काम किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री सैनी के नेतृत्व में देश-प्रदेश को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया जा रहा है।
पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर बसंत पंचमी पर शनिवार को गांव पोलड़ के प्राचीन संस्कृत मंदिर में सरस्वती महोत्सव में बोल रहे थे। इससे पहले उन्होंने मंदिर में यज्ञ में आहुति डालकर पूजा की। उन्होंने कहा कि सरस्वती नदी का इतिहास बहुत पुराना है। सरस्वती नदी यमुनानगर के आदिबद्री से शुरू होकर अरब सागर में पहुंचती है। इसके बीच में लगभग 633 धार्मिक स्थल आते हैं और हरियाणा की बात करें तो 444 धार्मिक स्थान सरस्वती नदी के तट पर हैं। लुप्त सरस्वती नदी को फिर से पुनर्जीवित करने के लिए काम किए जा रहे हैं। हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के सीईओ कुमार सुप्रवीण ने कहा कि लुप्त होती सरस्वती नदी को दोबारा से पुनर्जीवित करने के लिए अनेक कार्य किये जा रहे हैं। हरियाणा सरकार द्वारा आदि बद्री में एक डैम बनाया जाएगा, जिसकी लागत लगभग 38 करोड़ होगी। इसके नीचे सरस्वती बैराज पर लगभग 250 एकड़ में विशाल जलास्य भी तैयार किया जाएगा। मौके पर हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के सीईओ कुमार सुप्रवीण, शैली मुंजाल, रवि मौर्य, रामकुमार शर्मा, सोनू सैनी, नरेश मुंजाल, गीता सैनी, बंसी लाल व संजय सैनी मौजूद रहे।