वीरभद्र सिंह की मूर्ति के लिए आखिर मिल ही गई सरकार को रिज पर जगह
शिमला, 28 सितंबर(हप्र)
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह की शिमला के रिज मैदान पर प्रतिमा लगाने के लिए आखिरकार राज्य की सुक्खू सरकार को जगह मिल ही गई। नगर निगम ने मूर्ति स्थापित करने के लिए स्थान का किया चयन कर लिया है। नगर निगम शिमला की बैठक में आज इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। इसको लेकर नगर निगम द्वारा 2 जून को उपायुक्त को अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किया गया था। जिसके बाद नगर निगम द्वारा प्रतिमा के लिए स्थान निर्धारित किया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री की प्रतिमा रिज मैदान पर दौलत सिंह पार्क में डॉ यशवंत सिंह परमार व कर्नल दौलत सिंह की प्रतिमा के बीच में उपलब्ध जगह में लगाई जाएगी। निगम आयुक्त भूपेन्द्र अत्री ने कहा कि प्रतिमा के लिए स्थान का चयन कर लिया गया है और जल्द ही प्रतिमा स्थापित कर दी जाएगी।
इस बीच नगर निगम की मासिक बैठक में आज लक्कड़ बाज़ार में दुकानों के आवंटन को लेकर माहौल गरमा। सदन की कार्यवाही के बीच में बिना अनुमति दुकानदार सदन में घुस गया। महापौर सुरेंद्र चौहान ने बिना अनुमति प्रवेश करने पर दुकानदार को लताड़ लगाई। बैठक में फैसला लिया गया कि गुम्मा पेयजल परियोजना में स्क्रैप चोरी की जांच की जाएगी। इसके लिए नगर निगम द्वारा तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया गया है। जिसमें नगर निगम के पार्षदों कमलेश मेहता, विरेंद्र ठाकुर और गोपाल को शामिल किया गया है। बैठक में कहा गया कि शिमला शहर में पानी की दरों पर अंतिम फैसला प्रदेश सरकार द्वारा लिया जाएगा। निगम हाउस में पार्षद आशा शर्मा द्वारा पानी की दरों को बढ़ाने पर सवाल उठाया गया जिस पर महापौर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि 7 सितंबर को हुई निदेशक मंडल की बैठक में पानी की दरों पर चर्चा की गई है। जिसमें पानी की दरों को बढ़ाने को लेकर एक प्रस्ताव तैयार कर प्रदेश सरकार को भेजा गया है।