सरकार में नहीं विपक्ष का सामना करने की हिम्मत : रणधीर
शिमला, 29 नवंबर(हप्र)
हिमाचल प्रदेश में विपक्षी दल भाजपा ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले ही राज्य का राजनीतिक माहौल गर्माने की कवायद शुरू कर दी है। भाजपा ने प्रदेश सरकार द्वारा विधानसभा के शीतकालीन सत्र की तारीखें तय करते ही सुक्खू सरकार पर हमला बोल दिया है। भाजपा का कहना है कि वास्तव में सुक्खु सरकार में विपक्ष का सामना करने की हिम्मत ही नहीं है। इसलिए सरकार ने विधानसभा के इतिहास में अब तक का सबसे छोटा सत्र बुलाया है। भाजपा मीडिया प्रभारी एवं विधायक रणधीर शर्मा ने शुक्रवार को शिमला में एक पत्रकार वार्ता में कहा कि कांग्रेस सरकार विपक्ष के सवालों से बचने के लिए इस तरह के कदम उठा रही है।
रणधीर शर्मा ने कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार के निर्णयों ने देशभर में हिमाचल प्रदेश की छवि को नुकसान पहुंचाया है। अब, विपक्ष के सवालों से बचने के लिए चार दिनों का शीतकालीन सत्र बुलाकर जनता को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह तर्क दिया जाएगा कि मानसून सत्र को बढ़ाया गया था, लेकिन इससे पहले बजट सत्र को भी छोटा कर दिया गया था। रणधीर शर्मा ने विधानसभा अध्यक्ष द्वारा छह विधायकों की सदस्यता को लेकर दिए बयान पर भी आपत्ति जताई और कहा कि ये बयान केवल विधायकों को डराने और दबाव बनाने के उद्देश्य से किए गए प्रतीत होते हैं।
सरकार के दो साल पूरे होने पर जश्न मनाने की तैयारियों पर भी रणधीर शर्मा ने सवाल उठाये। उन्होंने कहा कि सरकार के पास जनता को दिखाने के लिए कोई उपलब्धि नहीं है। केवल कांग्रेस कार्यकारिणी भंग करने का जश्न मनाया जा रहा है, जो मुख्यमंत्री के लिए ही सुखद हो सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने सरकार की नाकामियों को उजागर करने के लिए एक कमेटी बनाई है, जो जल्द ही प्रदेश की जनता के सामने सच्चाई लाएगी। सीपीएस मामले पर रणधीर शर्मा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने केवल मामले पर स्थगन आदेश दिया है, अंतिम फैसला नहीं आया है। ऐसे में प्रदेश सरकार को छोटी-छोटी बातों पर उत्सव नहीं मनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा सभी मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए तैयार है और चार दिनों के सत्र में हर महत्वपूर्ण विषय पर मजबूती से सवाल उठाएगी।