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‘गौरवशाली संस्कृति हमेशा देश का ताज बनकर चमकती रहेगी’

07:03 AM Jan 15, 2025 IST
‘गौरवशाली संस्कृति हमेशा देश का ताज बनकर चमकती रहेगी’
कलायत में ऐतिहासिक मंदिर में दान किए गए कपाटों के साथ समाजसेवी व गौभक्त मेवा सिंह बिढ़ान। -निस
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कलायत, 14 जनवरी (निस)
उपमंडल के ऐतिहासिक गांव खंडालवा स्थित हजारों वर्ष प्राचीन शिव मंदिर व गऊशाला की धरोहर को विश्व पटल पर चमकाने में श्रद्धालु कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसी कड़ी में विरासत को चार चांद लगाने के लिए गांव जुलानी खेड़ा के कुंदन परिवार के प्रसिद्ध प्रमुख समाजसेवी व गौभक्त मेवा सिंह बिढ़ान तथा उनकी पत्नी ज्ञानो देवी भी पीछे नहीं हैं। उनके द्वारा मकर संक्रांति अवसर पर हर साल की भांति 150 गर्म कंबल मंदिर में बंटवाने के साथ गौशाला में उपस्थित गायों की सेवा की गई।
उल्लेखनीय है कि समाज सेवी व गौभक्त मेवा सिंह बिढान व उनकी पत्नी ज्ञानो देवी गत कई वर्षों से मंदिर में दान के साथ साथ व गऊओं की सेवा करते आ रहे हैं। पूर्व में उनके द्वारा मन्दिर में 17 किलो चान्दी के आकर्षक कपाट, नंदी के सामने से शिवालय के अन्दर जाने वाले द्वार पर लगाये गये। इसके साथ उनके द्वारा मंदिर में 1.5 किलो चांदी का मुकुट शिवलिंग पर लगाने के लिए भेंट किया तथा गऊशाला में एक ट्रैक्टर जिसकी कीमत 3,51,000 रुपए सहित गऊओं के चारे के लिए जमीन खरीदने के लिए 11 लाख रुपए नगद, रसोईघर से बाहर तालाब तक पाइपलाइन बिछाने, सर्दियों में ठंड से गायों को बचाने के लिए अभी तक 375 मण गुड़ व दो ट्राली खल की सेवा तथा दो बार मन्दिर परिसर में भागवत कथा करवाई गई। इसके अलावा उनके द्वारा समय-समय व आवश्यकता अनुसार गऊओं की व मन्दिर की सेवा करते रहते हैं। प्राचीन शिव के मंहत रघुनाथ गिरी, मास्टर बलबीर सिंह प्रधान शिव मंदिर व गोपाल शर्मा और अन्य शिवभगतों ने कहा कि समाजसेवी व गौभक्त मेवा सिंह बिढान ने कुन्दन परिवार में जन्म लेकर समाज हित में किये गए कार्यों से परिवार व पूरे गांव का नाम रोशन किया है। समाजसेवी, भगत मेवा सिंह बिढान ने कहा है कि भारत की गौरवशाली संस्कृति हमेशा देश का ताज बनकर चमकती रहेगी। इस शान को कायम रखना हर किसी का नैतिक दायित्व बनता है। इसलिए तन-मन-धन से श्रद्धा के अनुसार प्राचीन धरोहर के संरक्षण के लिए तत्पर रहना चाहिए।

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