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... कुड़ी कड्ढ के कालजा लै गई

08:01 AM Apr 03, 2024 IST
चंडीगढ़ स्थित टैगोर थिएटर में मंगलवार शाम आयोजित कार्यक्रम में प्रस्तुति देते हरभजन मान। -दैनिक ट्रिब्यून

नरेंद्र कुमार/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 2 अप्रैल
इमोशंस, मनोरंजन और संगीत। चंडीगढ़ के सेक्टर 18 स्थित टैगोर थिएटर में मंगलवार शाम को आयोजित ‘उम्मीद दा सफर’ कार्यक्रम में इन सबका संगम एक साथ देखने को मिला। पंजाबी गायक हरभजन मान ने अपने गीतों से समां बांध दिया। खचा-खच भरे टैगोर थिएटर में कभी तालियों की गड़गड़ाहट तो कभी गीतों की एक के बाद एक फरमाइश की आवाज गूंजती रही। कार्यक्रम का मकसद था ब्रेस्ट कैंसर रोगियों के लिए जागरूकता एवं फंड जुटाना। इसका आयोजन रानी ब्रेस्ट कैंसर ट्रस्ट (आरबीसीटी) की ओर से किया गया।
हरभजन मान ने ‘आ सोणया वे जग ज्यूंदयां दे मेले...’ से सुर की ऐसी तान छेड़ी कि दो घंटे तक दर्शक गानों पर झूमते रहे। ...कुड़ी कड्ढ के कालजा लै गई, तेरी भिजगी कुर्ती लाल पसीने नाल कुड़े... और जिने तुसी सोणे हो उन्ना सोणा वी ना होना चाहीदा.. जैसे गानों पर पूरे थिएटर में दर्शक खड़े होकर डांस करने लगे। कच्चे कच्च दे कंगन पाया न करो..., तिन रंग नहीं लबणे बीबा... जैसे गानों के जरिये वे संदेश भी दे गए। एक दर्शक के विशेष आग्रह पर उन्होंने मावां ठंडियां छावां... गाना गाकर भाव विभोर कर दिया। नीवें नीवें झोपड़े... गीत से उन्होंने फोक का तड़का भी लगाया। कार्यक्रम के आखिर में हरभजन मान ने एक के बाद एक गानों की झड़ी लगा दी। इस दौरान कई बच्चे भी स्टेज पर आकर डांस करने लगे।
कार्यक्रम की शुरुआत में आरबीसीटी की मैनेजिंग ट्रस्टी बिट्टू सफीना संधू ने ब्रेस्ट कैंसर को लेकर ट्रस्ट की ओर से किए जा रहे कल्याणकारी प्रयासों के बारे में बताया। बिट्टू सफीना ने अपनी बहन रानी और बेटे डॉ. करण संधू को याद करते हुए इस मुहिम में सबका सहयोग मांगा। आरबीसीटी जरूरतमंद महिलाओं के लिए मुफ्त मैमोग्राफी करवाने के अलावा, चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में सेमिनार और वर्कशॉप आयोजित कर रहा है। यह महिला सशक्तीकरण के लिए भी परियोजनाएं चला रहा है। एनजीओ में महिलाओं द्वारा बनाई गई वस्तुओं की बिक्री से इसकी परियोजनाओं को वित्त पोषित करने में मदद मिलती है। महिला स्वच्छता परियोजना और डिग्निटी किट्स वितरण के माध्यम से एनजीओ 50 हजार से अधिक महिलाओं तक पहुंच बनाने में सफल रहा है।

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नेवर से डाई

रानी ब्रेस्ट कैंसर ट्रस्ट (आरबीसीटी) हार्ट सर्जरी की आवश्यकता वाले 25 से 35 साल के युवाओं के लिए पिछले दो साल से ‘नेवर से डाई’ नाम से एक प्रोजेक्ट चला रहा है। यह प्रोजेक्ट डॉ. करण संधू की याद में शुरू किया गया है। डॉ. करण संधू एक बहुमुखी प्रतिभा के धनी युवा थे अौर ‘नेवर से डाई’ उनका आदर्श वाक्य था। डॉ. करण संधू वर्ष 2017 में 35 साल की उम्र में दुनिया छोड़ गये थे। आरबीसीटी की मैनेजिंग ट्रस्टी बिट्टू सफीना संधू ने कहा, ‘ डेढ़ साल पहले शुरू हुए इस प्रोजेक्ट में हम जीवन रक्षक सर्जरी के लिए वित्तीय सहायता देकर पांच परिवारों के चेहरों पर मुस्कान लाने में सफल  रहे हैं।’

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