डॉक्टरों की लापरवाही से बच्ची की मौत, खेलते वक्त चाय गिरने से जली
बल्लभगढ़, 5 जनवरी (निस)
बल्लभगढ़ इलाके के एक निजी अस्पताल पर 9 महीने की बच्ची का गलत तरीके से इलाज करने से उसकी मौत होने का आरोप लगा है। यह आरोप बच्ची के पिता ने निजी हॉस्पिटल पर लगाए हैं।
अर्जुन के मुताबिक उनकी 9 महीने की बेटी वॉकर को चलाते हुए घर में किचन तक पहुंच गई, जहां पर चाय बन रही थी और चाय बच्ची के ऊपर गिर गई। जिसके चलते चाय से बच्चे के पांव बुरी तरह जल गए। जिसे वह पास के ही हॉस्पिटल लेकर गए। जहां पर उनकी बेटी का डॉक्टर ने इलाज शुरू किया। इलाज करने वाले डॉक्टर सहित अन्य स्टाफ उनकी बच्ची के इलाज में बीती 30 दिसंबर से लगे हुए थे, लेकिन लगातार उनकी बेटी की तबीयत बिगड़ रही थी। अर्जुन ने बताया कि उसने बार-बार डॉक्टर से उनकी बेटी को डिस्चार्ज कर कहीं और भेजने की बात कही। लेकिन डॉक्टर उन्हें यह आश्वासन देते रहे कि आप बेफ्रिक रहे आपकी बेटी सही है, जल्दी ठीक हो जाएगी। लेकिन आज सुबह उनकी बेटी की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। इसके बाद उनकी बेटी को बिना पूछे आईसीयू में डाल दिया गया। जब उन्होंने अपनी बेटी की तबीयत के बारे में पूछा तो डॉक्टरों ने कहा आप घबराइए नहीं आपकी बेटी ठीक हो जाएगी। लेकिन उनकी बेटी को लगातार तबीयत बिगड़ती जा रही थी। इसके चलते उन्होंने अपनी बेटी को डिस्चार्ज करने की डॉक्टर से जिद की जिसके बाद डॉक्टरों ने कहा कि आप एक लाख रुपए जमा कर दीजिए, इसके बाद उसने जबरदस्ती बेटी को निकाला। जहां से पहले वे सर्वोदय हॉस्पिटल में ले गए। जहां पर डॉक्टर ने कहा कि आपने काफी देर कर दी है।
फिर वह अपनी बेटी को अमृता हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, जहां पहुंचने से पहले उनकी बेटी की मौत हो गई। अब वह चाहते हैं कि उस हॉस्पिटल के खिलाफ राज्य और केंद्र सरकार तथा फरीदाबाद जिला प्रशासन उचित जांच कर कानूनी कार्रवाई करें क्योंकि डॉक्टरों की लापरवाही के चलते उनकी बेटी आज दुनिया में नहीं रही इसको लेकर उन्होंने आदर्श नगर थाने में शिकायत भी दर्ज कराई है।