एक भी दिन नहीं चला कालका श्मशान घाट में लगा गैस फायर चैंबर
एस. अग्निहोत्री/ हप्र
कालका (पंचकूला), 10 दिसंबर
कालका स्थित रामबाग के शमशानघाट में वर्ष 2021 में कोरोना के समय शवदाह के लिए करीब 70 लाख रुपए खर्च कर लगाया फायर गैस चैंबर एक भी दिन नहीं चला। इससे सरकार की ओर से उस पर खर्च किए गए 70 लाख राख हो रहे हैं। जानकारी के मुताबिक कालका-पिंजौर पहले पंचकूला नगर निगम के तहत आते थे। वर्ष 2021 में यहां कोरोना में शवों का संस्कार करने के लिए यह फायर गैस चैंबर लगाया गया था लेकिन आज तक इसे एक बार भी इस्तेमाल नहीं किया गया जिससे बंद पड़ा यह खराब हो चुका है। सूत्रों का कहना है कि मजे की बात तो यह है कि इस फायर गैस चैंबर को अब तक नगर परिषद कालका को हैंडओवर नहीं किया गया । ना ही इसके लिए ऑपरेटर और स्टाफ की नियुक्ति की गई है। कालका पिंजौर में नगर परिषद के चुनाव होने के बाद वर्ष 2022 में परिषद को हैंडओवर चलने की बात चली थी लेकिन स्टाफ मुहैया न होने के कारण कार्य सिरे नहीं चढ़ पाया है।
सूत्रों का कहना है कि यह फायर गैस चैंबर अब पर्याप्त रख-रखाव न होने की वजह से खराब होने की हालत में पहुंच चुका है और बंद ही पड़ा है। नगर परिषद कालका पिंजौर के अध्यक्ष कृष्ण लांबा पप्पू ने कहा कि यह फायर गैस चैंबर नगर निगम के कार्यकाल में कोरोना के समय में लगाया गया था जोकि आज तक शुरू नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि वे सरकार के ध्यान में यह मामला लायेंगे।
जांच की करेंगे मांग : बंसल
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी पूर्व सचिव विजय बंसल ने कहा कि सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च करके शवदाह के लिए कालका मेंं पर्यावरण संरक्षण के लिए और लकड़ी और साथ ही समय की बचत के उद्देश्य से गैस फायर चैंबर लगाने की योजना बनाई थी लेकिन उस योजना को अभी तक अमली जामा नहीं पहनाया गया है जिससे प्रशासन की लापरवाही और सरकार की अनदेखी के कारण जनता के करोड़ों रुपए बर्बाद हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और शहरी स्थानीय निकाय विभाग मंत्री को ज्ञापन भेज कर इस मामले की जांच की मांग करेंगे।