For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

सुनहरा होगा भविष्य रोबोटिक्स इंजीनियर्स का

10:02 AM Jul 18, 2024 IST
सुनहरा होगा भविष्य रोबोटिक्स इंजीनियर्स का
Advertisement

कीर्तिशेखर
हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में जिस तरह से मशीनों यानी रोबोट की भूमिका और उपयोगिता बढ़ती ही जा रही है, उसे देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि अगले एक दशक में हर जगह रोबोट नजर आएंगे। इसलिए भविष्य में ऐसे प्रोफेशनल्स की मांग भी बढ़नी तय है, जो रोबोट की तमाम गतिविधियों को नियंत्रित करते हैं। आने वाले दिनों में रोबोटिक्स के क्षेत्र में कैरियर की न केवल लगातार संभावनाएं बेहतर होनी हैं बल्कि इस क्षेत्र में कैरियर का सुरक्षित और सम्मानित बने रहना भी तय है। तो जानिये, इस क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए क्या करें?

Advertisement

बढ़ेगी रोबोट्स की धाक

जो काम बार-बार एक ही तरीके से किए जाते हैं और इन्हें करने के लिए जबरदस्त एक्यूरेसी या सटीकता की जरूरत होती है, उन सभी क्षेत्रों में आने वाले दिनों में रोबोट्स का दबदबा होना तय है। क्योंकि इंसानों के मुकाबले रोबोट द्वारा भूल किए जाने की आशंकाएं कम होती हैं। इसलिए ऐसे क्षेत्रों में भविष्य में अगर ज्यादा से ज्यादा रोबोट दिखें तो इसमें आश्चर्य नहीं होना चाहिए। क्योंकि रोबोट एक मशीन है और कंप्यूटर द्वारा नियंत्रित है, इसलिए वह एक ही तरह की गणनाओं को बार-बार दोहराते हुए भी न तो ऊबती है, न ही भ्रमित होती है। जबकि इंसान के लिए यह ऊबाऊ और जोखिमभरा होता है।

Advertisement

जरूरी रुझान और स्किल्स

रोबोटिक्स के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाने के लिए रोबोटिक्स इंजीनियरिंग या संबंधित डिग्रियों की जरूरत तो होती ही है, उसके पहले इस क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए जरूरी है कि आपमें वह कुशलता और वह रुझान हो, जो रोबोटिक्स क्षेत्र के एग्जिक्यूटिव या प्रोफेशनल्स में लाजिमी तौरपर देखने को मिलता है। मसलन अगर आप रोबोटिक्स के क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए उत्सुक हैं तो आपके पास प्रासंगिक सॉफ्ट स्किल्स का होना जरूरी है, हार्ड स्किल्स तो जरूरी हैं ही। रोबोटिक्स इंजीनियर बनने के लिए किसी भी एस्पेरेंट में जिन गुणों का होना जरूरी है, वे हैं- विश्लेषणात्मक कौशल, निर्णय लेने का आत्मविश्वास, संचार कौशल और आगे बढ़ने की ललक। रोबोटिक्स के क्षेत्र में वही लोग अपना कैरियर बनाने के लिए सोचें, जो घंटों कंप्यूटर के साथ बिना उकताए बिता सकें। रोबोटिक्स एक्सपर्ट को अपना ज्यादातर समय कंप्यूटर पर नये-नये उत्पादों को डिजाइन करने या परीक्षण करने में व्यतीत करना होता है।

ऐसे प्रवेश करें

रोबोटिक्स के क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल और कंप्यूटर साइंस जैसे क्षेत्रों की डिग्रियों की जरूरत तो होती ही है, साथ ही इन क्षेत्रों के संबंध में लगातार बढ़ती रुचि और नॉलेज का होना भी जरूरी है। इसलिए पूरी दुनिया में रोबोटिक्स के फील्ड में प्रवेश के लिए करीब-करीब एक जैसे पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। रोबोटिक्स एक विस्तृत क्षेत्र है, इसलिए इस बड़े दायरे के अंदर भी कई क्षेत्र हैं, जो कहने को तो उपक्षेत्र हैं, लेकिन वो अपने आपमें पूरी तरह स्वतंत्र हैं, जैसे- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, एडवांस रोबोटिक सिस्टम, यूआई/यूएक्स डिजाइनर, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, रोबोटिक्स ऑपरेटर, रोबोटिक्स तकनीशियन और एयरो स्पेस इंजीनियर। इस क्षेत्र में प्रवेश के लिए इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल या कंप्यूटर साइंस की ग्रेजुएट डिग्री होनी जरूरी है। चूंकि यह एक लांग टर्म रिसर्च ओरिएंटेड कोर्स है, इसलिए रोबोटिक्स में कैरियर बनाने के लिए कुछ स्पेशलाइज्ड कोर्स भी उपलब्ध होते हैं, जिन क्षेत्रों का ऊपर जिक्र किया गया है।

10+2 के बाद उपलब्ध कोर्स

अगर 10+2 के बाद सीधे रोबोटिक्स इंजीनियर बनना चाहते हैं तो बारहवीं में रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, मैथ्समैटिक्स में 50 फीसदी अंकों के साथ कुछ प्रवेश परीक्षाएं पास करनी होंगी, जैसे- जेईई मैन, जेईई एडवांस्ड, बिग सैट, वीटी, केआईआईटीई, एसआरएमजेईई, यूपीसीईटी, डब्ल्यूबीजेईई। अगर स्नातक डिग्री कार्यक्रम में प्रवेश लेना है तो रोबोटिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक, एआई और रोबोटिक्स में बी. इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में बीटेक जैसे डिग्री पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। जबकि मास्टर डिग्री स्तर पर रोबोटिक्स इंजीनियरिंग में एमटेक, मेक्ट्रोनिक्स में एमटेक, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में एमटेक और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में एमटेक हैं।

पढ़ाई के लिए महत्वपूर्ण संस्थान

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कानपुर, जाधवपुर यूनिवर्सिटी कोलकाता, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी हैदराबाद, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी- मुंबई, गोहाटी, दिल्ली, मद्रास व रुड़की आदि।

वेतन

रोबोटिक्स फील्ड में एक जूनियर इंजीनियर को भारत में शुरुआती वेतन 32,000 से 40,000 रुपये मासिक आसानी से मिल जाता है और दो साल के अनुभव के बाद यह वेतन 45 से 50 हजार रुपये मासिक पहुंच जाता है। पांच साल के अनुभव के बाद योग्य रोबोटिक इंजीनियर को 15 से 20 लाख रुपये के सालाना पैकेज मिल जाते हैं। भारत से बाहर यूरोप और अमेरिका ही नहीं, मध्य पूर्व, सिंगापुर आदि जगहों पर भी रोबोटिक इंजीनियरों की खूब मांग है और यहां सालाना पैकेज आसानी से 20 लाख से 25 लाख रुपये से शुरू होते हैं। -इ.रि.सें.

Advertisement
Advertisement