PGI न्यूक्लियर मेडिसिन का भविष्य: 22वें वार्षिक सम्मेलन की सफलताओं की गूंज
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़ , 29 सितंबर
PGI पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग ने 27 से 29 सितंबर, 2024 तक भार्गव ऑडिटोरियम में एसोसिएशन ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन फिजिशियंस ऑफ इंडिया का 22वां वार्षिक सम्मेलन सफलतापूर्वक आयोजित किया। इस तीन दिवसीय सम्मेलन में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों द्वारा कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई।
सम्मेलन की सफलता का श्रेय प्रोफेसर डॉ. भगवंत राय मित्तल, विभागाध्यक्ष, न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग और आयोजन सचिव डॉ. राजेंद्र कुमार और डॉ. हरमंद दीप सिंह की टीम को दिया गया। सम्मेलन के मुख्य अतिथि पद्म भूषण से सम्मानित डॉ. के.के. तलवार रहे, जिन्होंने न्यूक्लियर मेडिसिन के महत्व और PET/MRI प्रौद्योगिकी के भविष्य पर प्रकाश डाला।
इस सम्मेलन में विभिन्न विषयों पर गहन व्याख्यान दिए गए, जैसे कि PET/CT, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रेडियोन्यूक्लाइड थेरेपी, न्यूक्लियर कार्डियोलॉजी, न्यूक्लियर न्यूरोलॉजी, न्यूक्लियर एंडोक्रिनोलॉजी और PET-निर्देशित हस्तक्षेप।
सम्मेलन के दौरान प्रोफेसर आर्ची अग्रवाल (टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुंबई) और प्रोफेसर चेतन डी. पटेल (AIIMS, नई दिल्ली) को क्रमशः डॉ. एस.के. शर्मा और डॉ. आर.डी. लेले व्याख्यान पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
सम्मेलन का समापन एक विदाई समारोह के साथ हुआ, जिसमें सर्वश्रेष्ठ मौखिक और पोस्टर प्रस्तुतियों और यंग माइंड्स क्विज के विजेताओं की घोषणा की गई। डॉ. सुरज कुमार को 'मेजर जनरल एन. लक्ष्मीपति' बेस्ट पेपर पुरस्कार दिया गया, जबकि 'डॉ. काकरला सुब्बा राव' पुरस्कार डॉ. नितिन गुप्ता को मिला। पीजीआईएमईआर के रेजिडेंट्स ने यंग माइंड्स क्विज में भी सफलता प्राप्त की।
यह सम्मेलन प्रशिक्षु रेजिडेंट्स और अनुभवी चिकित्सकों के लिए अत्यधिक लाभकारी साबित हुआ और न्यूक्लियर मेडिसिन में प्रगति को साझा करने में मदद करेगा, जो देश में स्वास्थ्य देखभाल में सुधार में सहायक होगा।