फिर खुलेगी तीन मजदूरों की मौत की फाइल, राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग ने दिये निर्देश
सोनीपत, 10 दिसंबर (हप्र)
राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की उपाध्यक्ष अंजना पंवार ने कहा कि सफाई कर्मचारियों के प्रति संवेदना रखते हुए अधिकारी उन्हें सभी सुविधाएं देने के लिए प्रयास करें ताकि उनको भी समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके। उन्होंने कहा कि हम जब तक सफाई कर्मचारियों के बारे में नहीं सोचेंगे तो हम अपने शहरों को कैसे स्मार्ट सिटी व साफ-सुथरा बना पाएंगे।
सफाई कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान व मांगों की पूर्ति के उद्देश्य से मंगलवार को उपाध्यक्ष अंजना पंवार ने लघु सचिवालय में संबंधित कर्मचारियों तथा अधिकारियों की बैठक ली और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक के दौरान उपाध्यक्ष ने पिछले साल शहर की चिंतपूर्णी कॉलोनी की फैक्टरी में हुई तीन मजदूरों की मौत की एफआईआर को री-ओपन करते हुए जांच करने के निर्देश दिए और कहा कि संबंधित फैक्टरी मालिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना सुनिश्चित करें ताकि पीड़ित परिवार की सहायता की जा सके। बैठक में मिली शिकायत के आधार पर उपाध्यक्ष ने गांव गढ़ी हकीकत के सफाई कर्मचारियों का पिछले 21 महीनों का वेतन तुरंत देने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने सीवर या सेफ्टी टैंक की सफाई के दौरान कर्मी की मौत होने पर इस मुआवजा राशि को 10 लाख रूपये से बढ़ाकर 30 लाख रूपये कर दिया है। इसके अलावा अगर इस स्थित में कोई सफाई कर्मचारी गंभीर चोट लगकर दिव्यांग हो जाता है तो उसे 20 लाख रूपये तथा अन्य किसी प्रकार की चोट लगने पर 10 लाख रूपये मुआवजा राशि दी जाएगी। इस दौरान आयोग की उपाध्यक्ष ने जिले की स्थिति की जानकारी लेते हुए शहरी व ग्रामीण क्षेत्र मेंं सफाई कर्मियों की स्थिति की जानकारी ली। इस मौके पर उपाध्यक्ष के साथ आए संयोजक मनोज जोगी, अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा हरियाणा के प्रधान डॉ. विनोद चौहान आदि भी मौजूद रहे।