पंचमम् स्कंदमाता
07:04 AM Oct 19, 2023 IST
नवरात्र के पांचवें दिन दुर्गा मां के पांचवें स्वरूप मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है। भगवान जी बालरूप में इनकी गोद में विराजते हैं, इसलिए इनका नाम स्कंदमाता पड़ा। सूर्यमंडल की अधिष्ठात्री देवी होने के कारण इनका उपासक अलौकिक तेज एवं कांति से संपन्न हो जाता है।
मां स्कंदमाता की चार भुजाएं हैं। मां की आराधना में भक्त यह श्लोक पढ़ते हैं :
‘सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया।
शुभदास्तु सदा देवी स्कंदमाता यशस्विनी।’
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