परमार्थ की भावना ही व्यक्ति को बनाती है महान : आचार्य मृदुल कृष्ण शास्त्री
तरावड़ी, 27 अगस्त (निस)
जहां स्वार्थ समाप्त होता है, मानवता वहीं से प्रारम्भ होती है। मानव योनि में जन्म लेने मात्र से जीव को मानवता प्राप्त नहीं होती। यदि मनुष्य योनि में जन्म लेने के बाद भी उसमें स्वार्थ की भावना भरी हुई है, तो वह मानव होते हुए भी राक्षसी वृत्ति की पायदान पर खड़ा रहता है। यदि व्यक्ति स्वार्थ की भावना को त्याग कर हमेशा परमार्थ भाव से जीवन यापन करे तो निश्चित रूप से वह एक अच्छा इन्सान है, यानी सुदृढ मानवता की श्रेणी में खड़ा होकर पर सेवा कार्य में रत है। क्योंकि परमार्थ की भावना ही व्यक्ति को महान बनाती है। ये शब्द पंचम दिवस की कथा में आचार्य गोस्वामी मृदुल कृष्ण महाराज ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहे।
शिव शक्ति इंटर ग्लोबल एवं लायशा बासमती चावल की ओर से चल रही श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ कथा मे यजमान रमेश गुप्ता, संतोष गुप्ता एवं अमन गुप्ता, शिखा गुप्ता परिवार सहित व्यास पीठ पर पूजा-अर्चना की। विशेष महोत्सव के रूप मे आज श्री गिरिराज पूजन (छप्पन भोग महोत्सव) विशेष धूमधाम से मनाया गया। बुधवार की कथा में विशेष महोत्सव के रूप में श्री रुक्मिणी विवाह महोत्सव अति हर्षोल्लास के साथ मनाया जायेगा। श्री कृष्ण जन्मोत्सव के मौके पर सुंदर-सुंदर भजनों पर श्रद्धालु नाचते नजर आए। इस मौके पर भजनों के माध्यम से उपस्थित श्रद्धालुओं श्री कृष्ण भक्ति का रस आनन्द लिया।
आज की कथा मे नाथीराम गुप्ता, नरेश गुप्ता, राकेश गुप्ता, अमन गुप्ता, अनुज गुप्ता, राहुल गुप्ता, मोहित गुप्ता, सौरव गुप्ता, गौरव गुप्ता, संजय गुप्ता, पंकज गुप्ता, सतपाल गुप्ता, अनीश गुप्ता, रूशिल गुप्ता, आशित गुप्ता, अनिल गुप्ता, रोशन लाल गुप्ता, साधूराम सिंगला, ईश्वर चन्द गोयल, राजकुमार तायल, दविन्द्र सिंगला, नपा अध्यक्ष वीरेन्द्र बंसल, अनाज मंडी अध्यक्ष शीशपाल गुप्ता, विनित बंसल, संजय गुप्ता, विनीत बंसल, पंकज गोयल, बृजमोहन गर्ग, प्रेम सिंघल, रविन्द्र सिंगला, संजय सिगला, प्रमोद सिंगला समेत कई लोग मौजूद थे।