खनन का खौफ हवा में झूलते पर्वत, राम भरोसे जन-धन
दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
बद्दी, 13 जुलाई
हिमाचल प्रदेश का बड़ा औद्योगिक क्षेत्र बद्दी, नालागढ़ और बरोटीवाला में जगह-जगह पहाड़ों को अवैध तरीके से काटा गया है। इस कटान और इन दिनों चल रही बाढ़-बारिश की आपदा से अनेक बड़ी इमारतों, होटल और संस्थानों के संचालक खौफजदा हैं। बताया गया कि शिकायतों के बावजूद माइनिंग विभाग में सुनवाई नहीं होती, हालांकि अधिकारी कार्रवाई का दावा करते हैं। इस इलाके में सड़क किनारे पहाड़ों की कटाई को वैध बताया जा रहा है। तर्क है कि यह इंडस्ट्री डिपार्टमेंट के विभिन्न कंपनियों को अलॉट किए हुए प्लॉट हैं। कंपनियों ने प्लॉट पर कब्जा लेने के बाद जमीन को समतल किया है ताकि वहां इंडस्ट्री खड़ी की जा सके। वैसे इलाके के कई लोगों का आरोप है कि अधिकारियों व नेताओं के संरक्षण में पहाड़ों को काटा जा रहा है।
बद्दी में वृंदावन चिकित्सालय, कई इमारतें व एक फाइव स्टार होटल के साथ लगते पहाड़ों को काट दिया गया। स्थिति यह है कि प्राकृतिक चिकित्सा के लिए पहचान रखने वाले वृंदावन चिकित्सालय की बिल्डिंग के गिरने का खतरा बना हुआ है। यह स्थिति और भी कई इमारतों के लिए बनी हुई है। मौके का दौरा करने के बाद यह स्पष्ट हुआ कि वृंदावन चिकित्सालय की बिल्डिंग के चारों ओर बनाई गई सड़क पहाड़ की कटाई की वजह से धंसनी शुरू हो गई है। वृंदावन चिकित्सालय के संचालक राजिंद्र पाल गर्ग ने एसडीएम से शिकायत की। एसडीएम ने माइनिंग विभाग के निदेशक को कहा। एक्शन नहीं होने पर गर्ग ने फिर से एसडीएम को शिकायत की। इसके बाद माइनिंग विभाग के डिप्टी डायरेक्टर ने इंडस्ट्री डिपार्टमेंट द्वारा जारी उन दो प्लॉट मालिकों को नोटिस जारी किया है, जहां अवैध माइनिंग हुई है। यही नहीं, बरोटीवाला नदी पर नया पुल बनाया गया। आरोप हैं कि इसके साथ लगते एरिया में अवैध माइनिंग करने की वजह से बारिश में मिट्टी खिसक गई। ऐसे में इस पुल को भी बंद करना पड़ा। कई जगह तो स्थिति यह है कि सड़क के साथ लगते पहाड़ों को तो काटा ही गया, साथ ही, जमीन में भी पांच से दस फुट गहराई तक खुदाई हुई है। इससे जलभराव हो गया है और भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है।
जरा अधिकारियों की बात सुनिए
माइनिंग अधिकारी सत्यदेव शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर का मामला है। यह एरिया राघव के अंडर आता है। माइनिंग अधिकारी राघव से पूछा तो बोले, 'शिकायत आने पर कार्रवाई करते हैं।' उन्होंने माना कि गैर-कानूनी तरीके से माइनिंग की शिकायतें आती हैं। उन्होंने बताया कि पिछले महीने छह चालान किए गए थे। वे स्वीकार करते हैं कि रात के समय अवैध माइनिंग के मामले अधिक होते हैं। राघव ने कहा, 'हमारे पास पर्याप्त स्टाफ भी नहीं है। पुलिस को साथ लेकर जाते हैं। कई बार पुलिस नहीं मिलती तो अकेले भी जाना पड़ता है, इसमें बड़ा जोखिम भी रहता है।'
कोई अवैध माइनिंग नहीं होती : विधायक
बद्दी के विधायक रामकुमार कहते हैं, 'बद्दी में अवैध माइनिंग जैसा कुछ नहीं है। जिस जगह की आप बात कर रहे हैं, वे तो लोगों के इंडस्ट्री के प्लॉट हैं। उन्होंने अपनी इंडस्ट्री लगाने के लिए प्लॉटों को समतल किया है। यह कानूनी प्रक्रिया है, इसमें कुछ भी अवैध नहीं है। नालागढ़ में पंजाब बार्डर में अवैध माइनिंग होती है, हमारे यहां नहीं। वहां से पंजाब को माल जाता है।'
रात में होती है माइनिंग
वृंदावन चिकित्सालय के संचालक राजिंद्र पाल गर्ग का आरोप है कि कुछ लोग रात को सड़क किनारे पहाड़ों को काटते हैं। माइनिंग से निकले पत्थरों को क्रशर में पहुंचाया जाता है। दो-तीन ग्रुप इसमें जुटे हैं। प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रहा है।