दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यूचंडीगढ़, 5 दिसंबरहरियाणा के विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस में मंथन का दौर जारी है। इसी कड़ी में नयी दिल्ली में प्रदेश कांग्रेस के नेताओं की दो अहम बैठकें होंगी। पहली बैठक 7 दिसंबर को होगी। इसमें उन उम्मीदवारों के साथ बातचीत होगी, जिन्होंने ईवीएम में गड़बड़ की शिकायत को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिकाएं दायर की हैं। वहीं, 9 दिसंबर को छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की बैठक होगी। पार्टी हाईकमान ने चुनाव में हार का पता लगाने के लिए बघेल की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया हुआ है। इस कमेटी में वरिष्ठ नेता अजय माकन और हरीश चौधरी बतौर सदस्य शामिल हैं। इससे पहले, फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने पार्टी विधायकों के साथ-साथ विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार रहे नेताओं के साथ वर्चुअली वन-टू-वन मीटिंग की थी। 9 दिसंबर को होने वाली बैठक में कमेटी सदस्यों के अलावा प्रभारी दीपक बाबरिया, सह-प्रभारी जितेंद्र बघेल, प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा भी मौजूद रहेंगे। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की बैठक में हरियाणा से पार्टी के सभी लोकसभा व राज्यसभा सांसदों के साथ-साथ विधायकों को भी बुलाया गया है। माना जा रहा है कि यह कमेटी सांसदों व विधायकों के साथ ज्वाइंट बैठक करके चुनावी नतीजों का पूरा निष्कर्ष निकालेगी। यह भी संभव है कि वन-टू-वन बातचीत में उभर कर आए तथ्यों पर भी बैठक में चर्चा हो। प्रदेश में कांग्रेस विधायक दल के नेता का फैसला भी लंबित है। बताते हैं कि 9 दिसंबर की बैठक के बाद इस पर फैसला लिया जा सकता है। यहां बता दें कि सीएलपी लीडर को लेकर पार्टी की ओर से केंद्रीय पर्यवेक्षकों को चंडीगढ़ भेजा जा चुका है। टीएस सिंह देव, अशोक गहलोत, अजय माकन व प्रताप सिंह बाजवा हरियाणा के विधायकों के साथ वन-टू-वन संवाद कर सीएलपी लीडर के नेता पर चर्चा कर चुके हैं। 2019 से 2024 तक पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा नेता प्रतिपक्ष रहे। इस बार इस पद को लेकर अंदरखाने बड़ा विवाद चल रहा है। केंद्रीय पर्यवेक्षक भी नेतृत्व को अपनी रिपोर्ट सौंप चुके हैं, लेकिन अभी तक फैसला नहीं हो पाया है।हाईकोर्ट में 23 याचिकाएं दाखिल : हरियाणा के चुनाव में ईवीएम में गड़बड़ी, ईवीएम की बैटरी 99 प्रतिशत तक चार्ज रहने, सरकार पर सत्ता का दुरुपयोग करने, पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा चुनावों में नफरती बयानबाजी करने जैसे आरोपों के साथ पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में 23 याचिकाएं दायर की गई हैं। पार्टी प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान सहित पार्टी के 16 उम्मीदवारों ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। बाकी याचिकाएं निर्दलीय प्रत्याशियों की ओर से दाखिल की गई हैं। बृहस्पतिवार को प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान हाईकोर्ट पहुंचे और रजिस्ट्रार के सामने कोर्ट के स्टॉम्प पेपर पर साइन किए। साथ ही, याचिका की कॉपी पर भी उन्होंने रजिस्ट्रार के सामने नये सिरे से साइन किए हैं। करण सिंह दलाल, विजय प्रताप सिंह, नीरज शर्मा, अनिल मान, बृजेंद्र सिंह, राकेश काम्बोज व धर्मपाल गोंदर सहित 16 प्रत्याशियों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की हैं। "पार्टी की नयी दिल्ली में दो अहम बैठकें होंगी। 7 दिसंबर को हाईकोर्ट में याचिकाएं दायर करने वाले सभी नेताओं को बुलाया है। 9 दिसंबर को केंद्रीय वार रूम में छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल की अध्यक्षता वाली फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की बैठक होगी। चुनावी नतीजों के बाद जुटाए गए तथ्यों पर चर्चा के साथ-साथ इन बैठकों में आगे की रणनीति तय की जाएगी।" -चौ. उदयभान, प्रदेशाध्यक्ष,कांग्रेस हुड्डा भी रहेंगे मौजूद : ईवीएम गड़बड़ व अन्य शिकायतों को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर करने वाले नेताओं की 7 दिसंबर को नयी दिल्ली में बैठक होगी। हरियाणा मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया व सह-प्रभारी जितेंद्र बघेल भी इस बैठक में मौजूद रह सकते हैं। प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान व पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के अलावा चुनाव में हार के कारणों का पता लगाने के लिए बनाई गई कमेटी के सदस्य भी बैठक में मौजूद रहेंगे। पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल की अध्यक्षता में बनाई कमेटी में केसी भाटिया, मनीष सांगवान, वीरेंद्र बुल्ले शाह, विधायक आफताब अहमद, विजय प्रताप सिंह, वीरेंद्र राठौर और जयवीर सिंह वाल्मीकि शामिल हैं। माना जा रहा है कि बैठक में दलाल कमेटी की ओर से जुटाए गए तथ्यों पर भी चर्चा हो सकती है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान ने कहा कि पार्टी की नयी दिल्ली में दो अहम बैठकें होंगी। 7 दिसंबर को हाईकोर्ट में याचिकाएं दायर करने वाले सभी नेताओं को बुलाया है। 9 दिसंबर को केंद्रीय वार रूम में छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल की अध्यक्षता वाली फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की बैठक होगी। चुनावी नतीजों के बाद जुटाए गए तथ्यों पर चर्चा के साथ-साथ इन बैठकों में आगे की रणनीति तय की जाएगी।