समुद्री प्रशिक्षण संस्थान के डायरेक्टर ने छात्र से ठगे साढ़े छह लाख
सोलन, 24 नवंबर (निस)
चेन्नई के एक समुद्री इंस्टीट्यूट में एडमिशन के नाम पर एक व्यक्ति ने सोलन के धर्मपुर निवासी एक युवक के परिजनों से साढ़े छह लाख से ज्यादा की ठगी कर ली। दो माह बाद उन्हें अपने साथ हुई धोखाधड़ी का तब पता चला जब संस्थान के प्रबंधन ने छात्र की फीस जमा न होने की बात उन्हें बताई। बताया गया है कि धोखाधड़ी करने वाला शख्स कोई और नहीं, बल्कि उसी इंस्टीट्यूट का निदेशक था। अब पुलिस ने आरोपी को हरियाणा के अंबाला से गिरफ्तार कर तीन दिन का रिमांड पर हासिल कर लिया है। उससे पूछताछ जारी है।
सोलन के एसपी गौरव सिंह ने बताया कि 15 नवंबर को एक महिला शिकायतकर्ता ने थाना धर्मपुर में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उनके बेटे देवेश दत्ता ने इसी वर्ष जुलाई में भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय आईएमयू की परीक्षा उत्तीर्ण की थी, जिसके उपरांत उनके बेटे को 8 जुलाई को सीफेयरर सेरीटाइम अकादमी 4 से इंटरव्यू की ईमेल प्राप्त हुई। यह एकेडमी सीफेयरर एजुकेशन ट्रस्ट लाजपत नगर के अधीन है।
इंटरव्यू के उपरांत उनके बेटे को वैल्स इंस्टीट्यूट मैरीटाइम चेन्नई में प्रशिक्षण हेतु सीट आबंटित की गई। देवेश ने वहां पर एडमिशन लिया। इसी दौरान उक्त अकादमी के निदेशक सिद्धार्थ ने उनसे बेटे के कोर्स के लिए 3 लाख 50 हजार रुपये अग्रिम फीस के तौर पर मांगे जो उन्होंने उसे अदा कर दिए।
एसपी ने बताया कि महिला के अनुसार सिद्धार्थ के कहने पर उन्होंने फीस व अन्य खर्च के तौर पर कुल 6 लाख 52 हजार पांच सौ रुपये उसे दे दिए परंतु दो माह बाद ही कॉलेज प्रबंधन ने उनके बेटे से उसकी फीस प्राप्त न होने तथा फीस अदा करने का नोटिस थमा दिया। इस पर उन्होंने सिद्धार्थ से फोन पर संपर्क किया तो सिद्धार्थ ने सिर्फ़ 50 हजार रुपये ही कॉलेज प्रबंधन को अदा किए। उसके बाद सिद्धार्थ ने अपना फोन स्विच ऑफ कर दिया। इस प्रकार सिद्धार्थ ने इनके साथ करीब छह लाख रुपए की धोखाधड़ी की और फिर फरार हो गया। धर्मपुर पुलिस ने आरोपी अंबाला निवासी 30 वर्षीय सिद्धार्थ को अंबाला से गिरफ्तार कर लिया।