सीओ किस्म को बढ़ावा देगा विभाग, प्रदर्शनी प्लांट पर मिलेगा अनुदान
सोनीपत, 18 जनवरी (हप्र)
गन्ने में रेड रोट और टॉप बोरर जैसे रोगों से निपटने के लिए विकसित की गई गन्ने की किस्म सीओ 15023 को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग गन्ना उत्पादक किसानों को प्रोत्साहन राशि जारी करेगा। इसके लिए किसानों को पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाना होगा। कृषि विभाग ने पोर्टल को 7 फरवरी तक खोला है जबकि इससे पहले पोर्टल पर पंजीकरण की अंतिम तारीख 31 दिसंबर 2024 निर्धारित की गई थी। लेकिन अब इसे बढ़ा दिया गया है।
बता दें कि सोनीपत जिले में काफी बड़ी संख्या में किसान गन्ने की खेती करते हैं। गन्ने की मौजूदा कई किस्मों में अलग-अलग प्रकार के रोग गन्ना उत्पादन पर प्रतिकूल असर डालते हैं। ऐसे में सीओ 15023 किस्म विकसित की गई है। उक्त किस्म में रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक है। इसके अलावा इस किस्म की लंबाई अधिक है। यही नही यह 8 से 9 महीने में ही तैयार हो जाती है। ऐसे में किसान गेहूं और गन्ना दोनों उगा सकते हैं। किसान इस गन्ने की बिजाई अक्तूबर से लेकर मार्च माह तक कर सकते हैं। उक्त किस्म से प्रति एकड़ 400 से साढ़े 400 क्विंटल गन्ने की पैदावार होती है। परिणामस्वरूप सरकार उक्त किस्म को बढ़ावा देने के लिए किसानों को अनुदान राशि जारी करेगी।
नर्सरी बीज तैयार करने पर मिलेंगे 5 हजार
कृषि विभाग द्वारा गन्ने की उक्त किस्म को बढ़ावा देने के लिए किसानों को जागरूक किया जा रहा है। इसके अंतर्गत नर्सरी बीज तैयार करने वाले किसानों को जहां 5 हजार रुपये का अनुदान दिया जाएगा, वहीं चौड़ी विधि व एकल आंख विधि से गन्ने की बिजाई करने पर भी 3-3 हजार रुपये की अनुदान राशि किसान को दी जाएगी।
चौड़ी विधि बिजाई को 400 एकड़ का लक्ष्य
कृषि विभाग की तरफ से चौड़ी विधि बिजाई करने वाले किसानों को 3 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से अनुदान दिया जाएगा। इसके लिए सोनीपत जिले में 400 एकड़ भूमि पर अनुदान जारी करने का लक्ष्य विभाग की तरफ से रखा गया है। इसमें से अब तक 100 एकड़ भूमि के लिए किसानों ने पंजीकरण करवा लिया है। कृषि विभाग ने किसानों का आह्वान किया है कि जल्द से जल्द पोर्टल पर अपनी पंजीकरण करवाए।
विभाग की तरफ से गन्ने की किस्म सीओ 15023 को बढ़ावा देने की योजना तैयार की गई है। इसके अंतर्गत उक्त किस्म को उगाने वाले किसानों को अनुदान राशि जारी की जाएगी। पोर्टल पर पंजीकरण के लिए 7 फरवरी तक का समय निर्धारित किया गया है। किसानों का आह्वान है कि वे जल्द से जल्द अपना पंजीकरण करवाएं।
-डॉ. ललित कुमार, सहायक गन्ना विकास अधिकारी