नहीं मिला हक, मृतक की आश्रिता ने किया आत्मदाह का प्रयास
शाहाबाद मारकंडा, 15 नवंबर (निस)
एक्सग्रेशिया स्कीम के अंतर्गत नौकरी पाने के लिए मृतक की आश्रिता लगातार धरने पर बैठी है। 15 अक्तूबर 2024 को शाहाबाद मिल प्रबंधन की तरफ से धरने पर बैठी मृतक कर्मचारियों की विधवाओं को यह आश्वासन दिया था कि 15 नवंबर 2024 तक उन्हें उनका हक मिल जाएगा। 22 अक्तूबर 2024 को धरने पर बैठी एक आश्रिता सुनीता रानी ने मिल प्रबंधन को 15 नवंबर 2024 को आत्मदाह का अल्टीमेटम दिया गया था लेकिन मिल प्रबंधन ने शुक्रवार 15 नवंबर 2024 को 11 बजे तक भी इनका बनता हक नहीं दिया और आज मिल में छुट्टी का बहाना बना कर इनकी कोई सुध नहीं ली। इससे आहत होकर शुक्रवार को सुनीता रानी ने अपने ऊपर तेल छिड़क कर आग लगाने की कोशिश की। परंतु पुलिस ने बीच-बचाव कर अनहोनी होने से टाल दी। तेल छिड़कने की घटना के बाद धरने पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट पहुंचे लेकिन उनकी तरफ से भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया।
क्या कहता है मिल प्रबंधन
मिल प्रबंधन ने बताया कि यह मामला बोर्ड की मीटिंग में पास करके स्वीकृति के लिए फैडरेशन के पास भेज दिया गया है। वहां से इसे सरकार के पास भेजा जाएगा। जैसे ही वहां से कोई आदेश आएगा तो उस पर अमल किया जाएगा।