36 माह में भी पूरा नहीं हो सका कनीना के लघु सचिवालय का निर्माण कार्य
कनीना, 22 मार्च (निस)
कनीना के लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की देखरेख में ठेकेदार द्वारा किए जा रहे लघु सचिवालय के निर्माण कार्य को अब तक पूरा नहीं किया जा सका है। इस कार्य को नवंबर 2024 में पूरा करने का आश्वासन दिया गया था, उसके बाद जनवरी 2025 की बात कही जाने लगी। जनवरी माह मेंकार्य पूरा नहीं होने के चलते 15 मार्च का एस्टीमेटिड समय दिया गया। कहने का भाव प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा दी जा रही ढील कार्य पर भारी पड़ रही है।
नवनिर्मित लघु सचिवालय भवन का निर्माण कार्य कछुआ गति से होने के कारण इंटीरियर-फिटिंग का कार्य कितने समय में पूरा होगा। इसे लेकर अधिकारी कुछ बताने की जुगत में नहीं हैं।
बता दें कि तत्कालीन एसडीएम सुरेंद्र सिंह की ओर से बार-बार भवन का निरीक्षण कर ठेकेदार को कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए जाते रहे थे। जिसके चलते जनवरी माह के पहले सप्ताह में भवन हैंडओवर करने की बात कही जा रही थी। ठेकेदार ने भी इस नियत अवधि में कार्य पूरा करने का आश्वासन दिया था। ढिलाई के चलते कार्य लंबित हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के तत्कालीन सीएम मनोहर लाल ने वर्ष 2015 में कनीना महाविद्यालय प्रांगण में आयोजित जनसभा में इसके बजट अलॉट करने करने की घोषणा की थी। 2019 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद विधायक सीताराम यादव,अभय सिंह व केंद्रीय वजीर राव इंद्रजीत सिंह एवं हाईकोर्ट के न्यायधीश की उपस्थिति में 23 मार्च 2022 को इसका शिलान्यास किया गया था। 18 माह में भवन के तैयार होने की बात कही जा रही थी। लेकिन 36 माह का समय बीतने के बाद भी कार्य लटका हुआ है।
न्यायालय भवन का निर्माण कार्य भी शुरू नहीं
इधर उपमंडल स्तरीय न्यायालय भवन का निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो सका है। बिना उचित भवन के कनीना में संचालित दो नियमित एवं एक साप्ताहिक कोर्ट भी जैसे-तैसे काम चला रही हैं। एसडीएम डॉ. जितेंद्र सिंह अहलावत ने बताया कि निर्माण कर रही कंपनी को दरवाजे, खिड़की, बिजली-पानी, फिटिंग, रंग-पेंट व फर्नीचर के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि भवन निर्माण का कार्य पूरा होने पर एसडीएम कार्यालय सहित अन्य उपमंडल स्तरीय कार्यालय नए भवन में संचालित होंगे।