स्कूल में अध्यापकों पर हमले के मामले ने पकड़ा तूल
इन्द्री, 14 दिसंबर (निस)
उपमंडल के गांव नगला रोड़ान स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में बीते दिन अध्यापकों के साथ हुई मारपीट का मुद्दा गहराता जा रहा है। इस घटना को लेकर अध्यापकों में रोष बढ़ता ही जा रहा है। इन्द्री और करनाल में हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ और हरियाणा लेक्चरर एसोसिएशन (हसला) के पदाधिकारियों ने इकट्ठे होकर जोरदार नारेबाजी करके आक्रोश व्यक्त किया और दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग उठाई। यूनियन के नेताओं ने अध्यापकों के साथ विचार-विमर्श करके 16 दिसंबर को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर रोष प्रदर्शन करने का निर्णय लिया। गांव नगला रोड़ान के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में शुक्रवार को छात्र द्वारा कक्षा में च्यूइंगम चबाने का मामला तूल पकड़ गया।
स्कूल के अध्यापकों द्वारा पुलिस को दी शिकायत के अनुसार सामाजिक विज्ञान के अध्यापक पूर्ण सिंह ने कक्षा आठवीं के एक विद्यार्थी को जब कक्षा में च्यूइंगम चबाने से मना किया तो विद्यार्थी अपने घर गया। आरोप है कि घर से विद्यार्थी के पिता और चाचा ने स्कूल में आते ही अध्यापक पर ताबड़तोड़ हमला बोल दिया। अध्यापक को छुड़वाने के लिए जब स्कूल प्रभारी पवन कुमार व अन्य अध्यापकों ने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो आरोप है कि आरोपियों ने तेजधार हथियार से अध्यापकों को चोटिल कर दिया। प्राध्यापक पवन कुमार को ज्यादा चोटें आई हैं, जिनका अस्पताल में उपचार चल रहा है। अध्यापकों का कहना है कि आरोपी अध्यापकों को जान से मारने की धमकी देकर गए हैं, जिससे अध्यापक दहशत में है।
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के जिला प्रधान रमेश शर्मा चोचड़ा, कृष्ण निर्माण, खंड प्रधान देवेन्द्र देवा, पूर्व प्रधान मान सिंह, हसला जिला प्रधान श्यामलाल शर्मा व खंड प्रधान इन्द्रवेश कलसौरा ने स्कूल में अध्यापकों के ऊपर हुए हमले की निंदा करते हुए प्रशासन से सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह किया। इस मामले में अध्यापकों ने प्रशासन द्वारा दोषियों के विरूद्ध उपयुक्त कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए रोष प्रदर्शन किया।
डीईओ कार्यालय में हाजिरी लगाएंगे अध्यापक
रमेश शर्मा व श्याम लाल शर्मा ने कहा कि सोमवार को सभी अध्यापक डीईओ कार्यालय में अपनी हाजिरी लगाएंगे। जब तक स्कूलों में असुरक्षा का माहौल है, अध्यापक विद्यालय में न जाकर डीईओ कार्यालय में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएंगे। उन्होंने चेतावनी के स्वर में कहा कि यदि सोमवार तक प्रशासन द्वारा कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई तो अध्यापकों और कर्मचारियों के संगठन कोई बड़ा निर्णय लेने को मजबूर हो सकते हैं।