लगन में एक रुपया और 11 पौधे लेकर पहुंचा वधु पक्ष
झज्जर, 17 नवंबर (हप्र)
स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत झज्जर जिले के एक दंपति ने अपने बेटे के विवाह पर एक अनूठा कदम उठाया है। समाज में दहेज़ प्रथा की कुप्रथा के खिलाफ आवाज़ उठाते हुए उन्होंने नयी पहल की है। झज्जर जिले के बिजेंद्र यादव और उनकी धर्मपत्नी सुभाष यादव ने अपने बेटे की शादी के लगन में दहेज के बदले एक रुपया और 11 पौधे उपहार में लिए। 11 पौधों की रस्म के रूप में सामने आ रही है। जिसमें दहेज का कोई लेन-देन नहीं हुआ। विवाह समारोह में वधु पक्ष की ओर से एक रुपया और 11 पौधों का आदान-प्रदान किया गया। विवाह की सभी रस्में- लगन, टीका, भात, फेरे और विदाई दहेज की जगह पौधों के साथ पूरी की गई।
बिजेंद्र यादव और सुभाष यादव के बेटे अवशेष की की शादी नारनौल के गांव ढाणी भाटोटा की वंदना के साथ रविवार को हुई। दंपति ने सामाजिक संस्था नेताजी सुभाष चंद्र बोस युवा जागृत सेवा समिति और सदाचारी शिक्षा समिति के अभियानों से प्रेरित होकर निर्णय लिया कि अगर हर व्यक्ति दहेज प्रथा के खिलाफ खड़ा हो तो समाज में बदलाव लाया जा सकता है।
अनूठी शादी में अहम भूमिका निभा रही सुभाष चंद्र बोस युवा जागृत सेवा समिति से सावित्री यादव एवं राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता अशोक भारद्वाज ने कहा कि दोनों पक्षों ने अनूठा संदेश दिया है।
भारद्वाज ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और दहेज मुक्त विवाह की यह पहल न केवल आज के समाज के लिए एक प्रेरणा है, बल्कि भविष्य के लिए भी आदर्श स्थापित करती है।
रविवार को विवाह पूर्व हुए लगन समारोह में पूर्व मंत्री व विधायक गीता भुकल, पूर्व मंत्री विक्रम सिंह यादव, पूर्व महामंत्री वीर कुमार यादव, जिला पार्षद शारदा यादव, योगाचार्य रमेश आर्य, रमेश गुलिया, प्राचार्य जोगिंदर धनखड़ पहुंचे। सभी ने बिजेंदर और सुभाष यादव कि पहल को सराहा। सभी ने कहा कि इस पहल से हर समाज को शिक्षा लेनी चाहिए और पर्यावरण संरक्षण और बेटी के सम्मान में आगे आना चाहिए। इस विशेष शादी में दोनों परिवारों ने न केवल दहेज के खिलाफ मोर्चा खोला, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति जिम्मेदारी को समझा।