गांव बागोत के मोहित के शव को 57वें दिन परिजनों ने अस्पताल से उठाया
कनीना 7 फरवरी (निस)
कनीना के गांव बागोत निवासी 26 वर्षीय मोहित सुसाइड केस में पंजाब एवं हरियाणा हाइकोर्ट की ओर से 5 फरवरी को दिए फैसले के बाद परिजनों ने 57वें दिन शुक्रवार सुबह साढ़े 11 बजे शव को अस्पताल से उठाया। कोर्ट के फैसले के मुताबिक परिजनों द्वारा शव का 3 दिन में अंतिम संस्कार करने तथा उनके सहमत नहीं होने पर रेडक्राॅस सोसायटी के अधिकारियों को दाह संस्कार करने को कहा गया था। साथ ही वादी द्वारा लगाए आरोपों की जांच के लिए एसआईटी तथा जांच अधिकारी एसपी की भी बदली करने के आदेश दिए गए थे। जिसके बाद मृतक के परिजन शव का दाह संस्कार करने के लिए सहमत हो गए। शुक्रवार सुबह 9 बजे परिजनों ने अस्पताल पंहुचकर एसडीएम डाॅ़ जितेंद्र अलावत, थाना इंचार्ज निरीक्षक मुकेश कुमार, रविंद्र सिंह, कानूनगो उमेद सिंह जाखड़, हलका पटवारी प्रदीप कुमार, अस्पताल के एसएमओ डाॅ. रेखा वर्मा, चिकित्सक डाॅ. अंकित, डाॅ. दिपांशु की उपस्थिति में शव को शव रथ वाहन में रखकर काशी के मणिकर्णिका घाट ले जाने की योजना बनाई, लेकिन आईस बाॅक्स में रखा शव उस वाहन में नहीं आता देख मृतक के पिता कैलाशचंद ने उपमंडल प्रशासन से सरकारी एंबुलेंस उपलब्ध कराने की गुहार लगाई। तकनीकी पेचदगी को देखते हुए उपमंडलाधीश डाॅ. जितेंद्र अहलावत ने प्राइवेट एंबुलेंस उपलब्ध कराई। जिसमें शव रखकर वे बागोत के लिए निकल पड़े। वहां ग्रामीणों व परिजनों द्वारा अंतिम दर्शन करने के बाद मणिकर्णिका काशी के लिए रवाना हो गए। काशी की दूरी 900 किलोमीटर से अधिक होने के कारण कल शनिवार को वहां पंहुचने के बाद सुबह शव का अंतिम संस्कार किया जायेगा। अस्पताल में सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मचारी लगातार ड्यूटी पर थे। एसडीएम डाॅ. जितेंद्र अलावत ने कहा कि मृतक के पिता कैलाशचंद ने शुक्रवार को शव अस्पताल से उठा लिया।