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बेहतर कैरियर के लिए स्क्रिप्ट लेखन की कला

10:17 AM Jan 18, 2024 IST

नरेंद्र कुमार
अगर आपमें लोगों को मंत्रमुग्ध कर देने वाली शैली में कहानी सुनाने की कला है, आकर्षक कहानियां लिखने की कूवत है, तो स्क्रिप्ट लेखन का कैरियर समझिये आपके लिए ही है। क्योंकि आज का दौर इतिहास के किसी भी दौर के मुकाबले कहीं ज्यादा क्रिएटिव दौर है। इसे यूं समझ सकते हैं कि अगर आपके पास एंड्रॉयड मोबाइल फोन है तो जाने-अनजाने हर दिन आप दर्जनों छोटी-छोटी फिल्में, रीलें, इंटरव्यू या कुछ भी ऐसा कंटेंट देखते होंगे। ये सब चीजें पहले व्यवस्थित ढंग से लिखी गयी, फिर इन्हें फिल्माया गया है। दरअसल फिल्माई जाने वाली कोई भी कहानी चाहे वह छोटी हो या बड़ी, स्क्रिप्ट ही होती है।

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लाभकारी डिग्री व डिप्लोमा कोर्स

आप समझ सकते हैं कि आखिरकार हर कोई सुनायी जाने वाली कहानी या फिल्मायी जाने वाली पटकथा तो नहीं लिख सकता, इसे कुछ खास क्रिएटिव लोग ही लिखते हैं। जिन्हें स्क्रिप्ट राइटर कहा जाता है। औपचारिक तौर पर स्क्रिप्ट राइटर बनने के लिए देश में सैकड़ों इंस्टीट्यूट्स भी हैं जो मास कम्युनिकेशन पढ़ाते हुए स्क्रिप्ट राइटिंग सिखाते हैं। इसी तरह जिन भी विश्वविद्यालयों और कॉलजों में पत्रकारिता की पढ़ाई होती है, उस कोर्स का एक हिस्सा स्क्रिप्ट राइटिंग या पटकथा लेखन भी होता है। औपचारिक तरीके से अगर आप पटकथा या स्क्रिप्ट लिखना सीखना चाहते हैं तो इसके लिए पत्रकारिता या जनसंचार की डिग्री या डिप्लोमा हासिल कर लीजिए या ऑफलाइन-ऑनलाइन मौजूद स्क्रिप्टिंग सिखाने वाले किसी संस्थान से सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं।

स्क्रिप्ट राइटिंग के पांच चरण

अब व्यावहारिक चीज बताने पर फोकस करते हैं। मसलन सबसे पहले हम यह जानें कि स्क्रिप्टिंग या स्क्रिप्ट राइटिंग कैसे करते हैं? इसे करने के लिए व्यवस्थित तरीके से पांच कदम उठाने होते हैं। सबसे पहले हम यह तय करें कि हमें स्क्रिप्ट क्यों लिखनी है यानी हम कोई बात कहना चाहते हैं या लोगों को कोई कहानी सुनाना चाहते हैं। दूसरे नंबर पर यह जरूरी हो जाता है कि हमारे पास कोई कहानी, कोई विचार पहले से होना चाहिए। इसे यूं भी कह सकते हैं कि अगर हम स्क्रिप्ट लिखना चाहते हैं तो हमारे पास इसका विषय होना चाहिए। अब हमारे पास यह विषय है तो यह तय करें कि अपनी बात को कहने के लिए हमारे पास कोई जरिया होना चाहिए, निश्चित रूप से यह जरिया वे पात्र हैं, जिनके जरिये कहानी कही जानी है। अब इसके अगले चरण में हम इस कही जाने वाली कहानी का ऐसा ताना-बाना बुनें कि बिना यह बताए कि हम आपको यह कहानी सुना या बता रहे हैं, लोगों को एक कहानी सुनने या पढ़ने को मिल जाए। स्क्रिप्टिंग का अंतिम चरण यह होता है कि हम अपनी कहानी को अलग-अलग दृश्यों या सींस में बांट लें।

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स्क्रिप्ट मार्केटिंग के तरीके

अब सवाल है स्क्रिप्ट तो आपने लिख लिया, लेकिन यह स्क्रिप्ट बेचेंगे कहां, यह बात भी आपको पता होनी चाहिए। तो स्क्रिप्ट सेल करने के कई तरीके हैं। सबसे पहले अगर आपको अपनी स्क्रिप्ट बेचनी है तो बेहतर है अपनी कोई वेबसाइट हो या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म हो, जहां आप ऐसे लोगों से संपर्क कर सकें, जो वाकई आपसे कहानियां चाहते हैं। अगर यह संभव नहीं है तो अमेजन या ईबे जैसे मार्केट प्लेस में जाएं और अपनी स्क्रिप्ट के लिए ग्राहक तलाशें। इसके साथ ही पटकथा लेखन के क्षेत्र में मौके तलाशने के लिए विभिन्न तरह की पटकथा संबंधी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लें, जिनकी जानकारियां ऑनलाइन ढूंढ़ी जा सकती हैं। साथ ही अलग अलग जगहों पर होने वाले फिल्म फेस्टिवल में हिस्सेदारी करें, जहां इस तरह के लेखन का बाजार मौजूद होता है।

फ्रीलांसिंग से कमाई

अंतिम तरीका यह है कि फेसबुक या अपने किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में खुद विज्ञापन करें। लोगों को बताएं कि आप पटकथा लेखक हैं और आप काम चाहते हैं। मुंबई में सैकड़ों प्रोडक्शन हाउस हैं, वहां अपना बायोडाटा डाल सकते हैं किसी को आपकी जरूरत हो तो संपर्क करें। स्क्रिप्ट राइटिंग के क्षेत्र में करीब 99 फीसदी फ्रीलांसर होते हैं। एक ठीकठाक पटकथा लेखक 60-70 हजार रुपये से लेकर 1.5-2.0 लाख रुपये तक कमा लेता है। लेकिन यह स्थिति तब आती है, जब आपका काम चल निकलता है। अगर आपकी लिखी हुई पटकथाएं बाजार में अपनी उपस्थिति दर्ज कराती हैं, तो समझ लीजिए आपके पास काम की कमी नहीं रहेगी। -इ.रि.सें.

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