गंभीरता के साथ हंसाने का हुनर
असीम चक्रवर्ती
हाल ही में अभिनेता नाना पाटेकर फिल्म ‘वैक्सीन वॉर’ की वजह से वह खूब चर्चा में रहे। जल्द ही वह गदर फेम निर्देशक अनिल शर्मा की फिल्म ‘जर्नी’ की शूटिंग शुरू करेंगे। ‘गदर-2’ की स्पेशल कमेंट्री के दौरान निर्देशक अनिल शर्मा से उनकी इस फिल्म को लेकर बात हुई थी। नाना एक जनवरी को 73 के हो जाएंगे। उनके मुताबिक,‘माफ कीजिएगा, कुछ लोगों की तरह अपनी उम्र छिपाना मुझे नहीं आता है। न ही मैंने कभी यह सोचा है कि मैं काम करना कभी छोड़ूंगा।’
अच्छे रोल से संतोष
फिल्म ‘वैक्सीन वॉर’ के सदंर्भ में वैज्ञानिक बलराम भार्गव के व्यक्तित्व और नाना पाटेकर की अभिनय संपन्नता के बारे में नए सिरे से लिखना अब बेमानी है। वह बेहिचक कहते हैं,‘मैं एक अरसे से सोच रहा था, बहुत अंट-शंट फिल्में कर लीं। अब थोड़ा-बहुत अच्छी फिल्में भी कर लूं। इसलिए फिल्मों की संख्या काफी कम कर दी है। वैसे भी शुरू से ही अच्छे रोल के लिए मेरी कोई शर्त नहीं होती है। कुछ साल पहले महान समाजसेवी बाबा आमटे के जीवन पर आधारित मराठी फिल्म करके मैं बहुत संतुष्ट हुआ था।’
कोई इमेज नहीं
उनके बारे में यह मशहूर है कि उनकी एक्टिंग का एक गंभीर लुक है। वह इस सच को झूठलाते नहीं हैं कि उन्हें टाइप कास्ट फिल्में ज्यादा मिलीं। लेकिन उनमें एक क्षमता भी है,गंभीर रहकर वह लोगों को भरपूर हंसा देते हैं। इसके लिए उनकी एक फिल्म ‘वेलकम’ का उदाहरण देना ही काफी होगा। पिछले साल प्रकाश राज की फिल्म ‘तड़का’ में भी उनका यह अंदाज साफ नजर आया। वह कहते हैं,‘मैं एक छोटा-सा एक्टर हूं। कुछ अलग तो करना ही चाहता हूं। यही वजह थी कि मैंने ‘वेलकम’ के सीक्वल ‘वेलकम बैक’ में भी काम किया था। पर ज्यादा मजा नहीं आया। वैसे ऋषि के साथ ‘हम दोनों’ में भी काम करके बहुत अच्छा लगा था। फिर ब्लफमास्टर,कमाल धमाल मालामाल जैसी कई और फिल्में हैं,जिनमें मेरे रोल को आप पूरी तरह गंभीर नहीं कह सकते।’
सिर्फ दर्शकों का ख्याल
नाना के मुताबिक,‘मेरी कोशिश सिर्फ इतनी होती है कि दर्शक मेरे काम पर कोई सवाल खड़ा न करें।’ एक साजिश के चलते उनके रेंज को कुछ फिल्मवाले हमेशा इग्नोर करते हैं। पर नाना को इसकी परवाह नहीं है। नई फिल्म ‘जर्नी’ में नाना और श्रेया की जोड़ी फिर बनाई गई है। साफ है कि नाना जहां सहज होते हैं,उन्हीं लोगों के साथ काम करते हैं। ‘गदर-2’ के बाद से सनी देओल के साथ भी उनके एक फिल्म में काम करने की बात चल रही है।
मूडी नहीं, गरम मिजाज
कई लोग उन्हें मूडी नाना भी कहते हैं। वैसे इसकी सत्यता के लिए लोग उनकी गरममिजाजी के किस्से भी खूब सुनाते हैं। इस बात पर नाना सिर्फ इतना ही बताते हैं,‘ यकीन मानिए,मैंने कभी बेवजह गरमिजाजी नहीं दिखाई। न ही मुझे इस बात से कोई परेशानी होती है कि इसके चलते मुझे खबरों में घसीटा जाता है। असल में मैंने सिर्फ यही कोशिश की है कि किसी तरह का स्टारडम मुझ पर हावी न हो। हमारी फिल्म इंडस्ट्री का सबसे बड़ा माइनस प्वाइंट यह है कि यहां सारे मानवीय मूल्य हिट और फ्लॉप के चश्मे से देखे जाते हैं।’