खोज के लिए सेना ने मांगी अंतर्राष्ट्रीय मदद
जम्मू, 10 अगस्त (एजेंसी)
जम्मू कश्मीर के कठुआ जिला में रंजीत सागर बांध में पिछले सप्ताह दुर्घटनाग्रस्त हुए सेना के हेलीकॉप्टर के 2 लापता पायलटों की खोज के लिए सेना ने अंतर्राष्ट्रीय मदद मांगी है। पायलटों को तलाशने का अभियान मंगलवार को 8वें दिन भी जारी रहा। सेना के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने यहां बताया कि पायलटों की तलाश के लिए 60 वर्गमीटर के क्षेत्र को चिह्नित किया गया है और अभियान को अंतिम रूप देने के लिए केरल के कोच्चि से आए विशेष सोनार उपकरण की भी मदद ली जा रही है। सेना का बयान ऐसे वक्त आया है जब लापता पायलटों में से एक के छोटे भाई ने ‘बचाव एवं तलाश अभियान की धीमी गति’ को लेकर नाराजगी जताई थी। लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद ने कहा, ‘सैन्य अधिकारी हेलीकॉप्टर की खोज के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं जो दो पायलटों के साथ दुर्घटनाग्रस्त होकर रंजीत सागर बांध झील में गिर गया था। बांध 25 किलोमीटर लंबा, आठ किलोमीटर चौड़ा तथा 500 फुट से अधिक गहरा है।’
सैन्य उड्डयन कोर के हेलीकॉप्टर ने 3 अगस्त को उड़ान भरी और उड़ान के दौरान झील में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हेलीकॉप्टर के सह-पायलट कैप्टन जयंत जोशी के भाई नील जोशी ने खोज और बचाव कार्यों की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ‘हमने अब सारी उम्मीद खो दी है।’
व्यापक तलाश अभियान
अभियान में नौसेना के गोताखोरों की टीम में दो अधिकारी, 4 जेसीओ और अन्य रैंक के 24 अधिकारी शामिल हैं। सेना के विशेष बल के गोताखोरों के अलावा चंडीगढ़, दिल्ली, मुंबई और कोच्चि से आए अत्याधुनिक मल्टी बीम सोनार उपकरणों, साइड स्कैनरों एवं पानी के अंदर इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों की मदद ली जा रही है। सेना के पीआरओ ने बताया, ‘खराब मौसम और बारिश के बावजूद तलाश अभियान जारी है। सेना, नौसेना, भारतीय वायुसेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, गैर सरकारी संगठनों आदि की मदद भी ली जा रही है।’