प्राचीन भूतेश्वर मंदिर परिसर का किया कायाकल्प
जींद, 1 फरवरी (हप्र)
रानी तालाब के बीचोबीच बने भूतेश्वर मंदिर की कायाकल्प हो गई है। पहले रानी तालाब से घास साफ की गई। इसके बाद इस परिसर में लगी डॉ़ बीआर अंबेडकर की प्रतिमा और आसपास के पूरे क्षेत्र की सफाई की गई। अब पूरा परिसर बेहद सुंदर नजर आने लगा है। इतिहास गवा है कि जींद की रानी तालाब में स्नान करने के बाद भगवान शिव की आराधना करती थी। रानी तालाब और इसके बीच भूतेश्वर मंदिर का निर्माण जींद रियासत के राजा ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर की तर्ज पर करवाया था।
रानी तालाब, भूतेश्वर मंदिर तथा इस परिसर में संविधान निर्माता डॉक्टर बीआर अंबेडकर की प्रतिमा के पूरे परिसर को जींद की अन्ना टीम ने बेहद सुंदर लुक दिया। जींद की अन्ना टीम को नगर परिषद ने भूतेश्वर मंदिर परिसर रख-रखाव के लिए गोद दिया है। इसके लिए नगर परिषद टीम अन्ना को 40 हजार रुपए प्रति माह देती है।
एक लाख की वाशिंग मशीन करेगी परिसर को चकाचक
टीम अन्ना ने परिसर की साफ-सफाई के लिए चार सफाई कर्मचारी लगाए हैं। परिसर की साफ-सफाई के लिए टीम अन्ना खास वाशिंग मशीन की व्यवस्था करेगी। जिसकी कीमत एक लाख रुपये है और उम्मीद है कि अगले सप्ताह वॉशिंग मशीन आ जाएगी। इस व्यवस्था से पूरे परिसर से धूल का कण नजर नहीं आएगा। नगर परिषद के कार्यकारी अभियंता सतीश कुमार गर्ग ने टीम अन्ना की तारीफ की है।