For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.

सरकार चलाने के लिए था गठबंधन, चुनाव लड़ने के लिए नहीं : धनखड़

10:33 AM Jul 09, 2023 IST
सरकार चलाने के लिए था गठबंधन  चुनाव लड़ने के लिए नहीं   धनखड़
Advertisement

दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 8 जुलाई
भाजपा-जजपा गठबंधन एक बार फिर चर्चा में है। गठबंधन को लेकर दोनों दलों के नेताओं की ओर से बयानबाजी तेज हो गई थी, लेकिन बीते कुछ दिनों से इनमें कमी आई थी। अब भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ के ताजा बयान ने फिर से दोनों पार्टियों के नेताओं में गपशप का मौका दे दिया है। धनखड़ ने दो-टूक कहा कि भाजपा ने जजपा के साथ सरकार बनाने के लिए गठबंधन किया है, चुनाव लड़ने के लिए नहीं।
धनखड़ के इस बयान के बड़े राजनीतिक मायने हैं। एक तरह से उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि भविष्य में भाजपा का किसी पार्टी के साथ गठबंधन करने का इरादा नहीं है। 2014 के लोकसभा चुनावों में जब नरेंद्र मोदी की आंधी चली तो भाजपा ने लोकसभा में शानदार प्रदर्शन किया। इसके बाद 2014 के विधानसभा चुनावों में भाजपा पहली बार 47 विधायकों के साथ पूर्ण बहुमत से सत्ता में आई थी। कभी बंसीलाल के साथ, कभी चौटाला के साथ तो कभी कुलदीप बिश्नोई की हजकां के साथ गठबंधन करने वाली भाजपा कई बार एकला चलो का नारा भी देती रही है। 2014 में एकला चलने का फैसला कारगर रहा। बेशक, भाजपा को सत्ता की सीढ़ियों तक पहुंचने में दशकों लग गए, लेकिन भाजपाइयों ने हार नहीं मानी। वर्तमान में पंजाब में भाजपा की जो स्थिति है, वैसे ही हालात हरियाणा में हुआ करते थे। पंजाब में आज भी भाजपा बैसाखियों के सहारे ही चलती रही है।
बहरहाल, ओमप्रकाश धनखड़ द्वारा गठबंधन को लेकर दिए गए बयान से उन भाजपाइयों के चेहरों पर रौनक है, जिन्हें जजपा का साथ बिल्कुल भी नहीं भा रहा है। उन्होंने यहां तक कह दिया है कि जजपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने का भाजपा का कोई फैसला नहीं हुआ है। भाजपा लोकसभा चुनावों की तैयारियों में जुट चुकी है और सभी दस सीटों पर मजबूती के साथ चुनाव लड़ा जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी 18 जून को सिरसा की रैली में यह संकेत दे चुके हैं कि भाजपा अपने बूते ही लोकसभा के चुनाव लड़ेगी।
2019 में दिए गए 75 प्लस के नारे को लेकर धनखड़ कहते हैं कि यह महज एक नारा था। इस बार हम एक निश्चित संख्या का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। जैसे कि गुजरात भाजपा प्रमुख सीआर पाटिल ने किया था। पार्टी ने गुजरात में पन्ना प्रमुखों की नियुक्ति की थी। हरियाणा में भी पन्ना प्रमुख बनाए जा चुके हैं और उनके सम्मेलन चल रहे हैं। सभी नब्बे हलकों में पन्ना प्रमुख सम्मेलन होंगे ताकि भाजपा को ग्राउंड पर पूरी तरह से मजबूत किया जा सके।

Advertisement
Advertisement
Tags :
Advertisement
Advertisement
×