कृषि विभाग ने विक्रेताओं की दुकानों से 44 नमूने लेकर जांच को भेजे
सोनीपत, 2 मई (हप्र)
खरीफ सीजन में किसानों को बेहतर गुणवत्ता के बीज उपलब्ध कराने के लिए कृषि विभाग ने पहल शुरू कर दी है। इसके लिए खाद, बीज व दवा विक्रेताओं की दुकानों पर छापा डाला जा रहा है। विभाग की टीम ने सोनीपत व गोहाना में 44 नमूने लिए हैं। अब इन्हें जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। लैब से रिपोर्ट आने के बाद अगर कोई नमूना फेल होता है तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जायेगी। रबी सीजन की फसल की कटाई व थ्रैसिंग का काम अंतिम चरण में हैं। किसान अब खरीफ सीजन की फसलों की बिजाई व रोपाई की प्रक्रिया में जुट गए है।
मौजूदा समय में किसान ज्वार व कपास आदि की बिजाई करने की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में बीज की मांग बढ़ गई है। किसानों को बेहतर गुणवत्ता का बीज उपलब्ध कराने के लिए कृषि विभाग प्रयासरत है। इसी के चलते विभाग की तरफ से बीज विक्रेताओं पर छापा डालकर बीजों के नमूने लिए जा रहे हैं। इसके लिए दो टीम बनाई गई है। सोनीपत जिले में खरीफ सीजन के दौरान 90 हजार हेक्टेयर भूमि में धान की रोपाई व बिजाई की जाती है।
करीब 10 हजार हेक्टेयर भूमि में ज्वार की फसल उगाई जाती है, जबकि 5 से 6 हजार हेक्टेयर भूमि में कपास उगाया जाता है।
मई के मध्य में धान की पौध तैयार कर सकते हैं किसान
किसान ज्वार और कपास की बिजाई करने में जुटे हुए है। धान की पौध 15 मई के बाद तैयार की जा सकती है। किसान 15 जून के बाद ही अपने खेतों में धान की रोपाई व बिजाई कर सकते हैं। इससे पहले धान की रोपाई व बिजाई पर प्रतिबंध हैं।
''खरीफ सीजन की शुरुआत हो चुकी है। किसानों को बेहतर गुणवत्ता का बीज उपलब्ध कराने के लिए विक्रेताओं की दुकानों पर जाकर नमूने लिए जा रहे हैं। सोनीपत व गोहाना में बीज के 44 नमूने लिए गए हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जायेगी। निम्न गुणवत्ता का बीज नहीं बेचने दिया जाएगा। ''
-डॉ. पवन शर्मा, कृषि उपनिदेशक, सोनीपत