कृषि कानून रद्द होने तक जारी रहेगा आंदोलन
शिमला, 28 अगस्त (निस)
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि जब तक केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती, उनका आंदोलन खत्म नहीं होगा। उन्होंने कहा कि 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत होने वाली है, जिसमें 9 माह के आंदोलन की समीक्षा के साथ-साथ आंदोलन की भावी रणनीति बनेगी। टिकैत आज शिमला में प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सेब सहित सभी फसलों के लिए एमएसपी को लेकर कानून बनना चाहिए। राकेश टिकैत ने कहा कि तीनों कृषि कानून को केंद्र सरकार को वापस लेना होगा और एमएसपी गारंटी कानून बनाना होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार 2022 तक किसानों की आय डबल होने की बात करती है, लेकिन अभी तक ऐसा कुछ नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि 9 माह से उनका आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है और किसान दिल्ली की सीमा पर डटा है और तब तक डटा रहेगा, जब तक उसकी मांगें मानी नहीं जाती। किसान नेता ने कहा कि हिमाचल में इन दिनों सेब सीजन जोरों पर है और यहां पर भी निजी कंपनियों ने सेब के दाम गिरा दिए हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में चल रहे आंदोलन में किसानों को बताएंगे कि कैसे हिमाचल में अदानी ने सेब के कारोबार को प्रभावित करना शुरू कर दिया है और आने वाले दिनों में देश के अन्य हिस्सों में भी यही होगा।
सोलन में हुआ विरोध
सोलन (निस) : किसानों के नेता राकेश टिकैत को स्थानीय लोग सुनने से इनकार करते हुए विरोध पर उतर गए और उन्हें कहा कि यहां दिल्ली जैसी नारेबाजी नहीं चलेगी। शनिवार को सोलन के किसानों और आढ़तियों ने टिकैत का जमकर विरोध किया। उन्हें सोलन से बिना भाषण दिए बैरंग शिमला रवाना होना पड़ा।
हिमाचल सरकार करे बागवानों के हितों की रक्षा
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि हिमाचल सरकार को बागवानों के हितों की रक्षा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बागवानों के हितों के कानून को लागू करते हुए कंपनियों की मनमानी पर अंकुश लगाना चाहिए। शिमला में आज पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि यदि सरकार ने ऐसा न किया तो भारतीय किसान यूनियन आंदोलन करेगी। टिकैत ने हिमाचल के सेब की फसल का दाम गिरने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि बागवानों को राहत देते हुए सरकार को सेब की ढुलाई पर ट्रांसपोर्ट सब्सिडी देनी चाहिए।