किसान संगठनों की दिल्ली कूच की घोषणा के बाद प्रशासन हरकत में
राजपुरा/अम्बाला शहर, 27 नवंबर (निस/हप्र)
किसान संगठनों के नेता सवरन सिंह पंधेर की ओर से अपनी मांगों को लेकर 6 दिसंबर को दिल्ली कूच का ऐलान करने के बाद हरियाणा व पंजाब सरकार हरकत में आ गई है। दोनों राज्यों के अधिकारियों के बीच प्रशासनिक बैठकों के दौर की भी खबर है। शम्भू बार्डर पर लगे बेरिकेट के दूसरी ओर कुछ तोड़ने की आवाजें भी सुनाई दे रही हैं। वहीं, हरियाणा के कृषि मंत्री के बयान की कापी भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें कह गया है कि अगर किसान पैदल जाना चाहते है, तो उन्हें हम नहीं रोकेंगे। अभी तक इस बारे में कोई पुष्टि नहीं हुई है। किसान संगठनों की ओर से 6 दिसंबर को दिल्ली कूच की घोषणा के बाद शम्भू बार्डर पर मौजूद किसान नेताओं की की संख्या बढ़ रही है।
वहीं, शम्भू बार्डर पर भारतीय किसान मजदूर यूनियन के महासचिव बलकार सिंह बैंस, दिलबाग सिंह, हरप्रीत सिंह ने बताया कि जिस तरह की हलचल हरियाणा की तरफ से चल रही है, उससे ऐसा लगता है कि सरकार पैदल जाने के लिये रास्ता खोल सकती है। वहीं यह भी शंका है कि हरियाणा की तरफ से फोर्स पंजाब में दाखिल हो कर शम्भू बार्डर पर बैठे किसानों को हटा सकतयी है। यहां पर फायर बिग्रेड, डियर गैस की गाड़ियां भी आ चुकी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने हमारी मांगें 6 दिसंबर तक नहीं मानीं तो हम दिल्ली कूच जरूर करेंगे। वहीं अंबाला में किसान नेता तेजवीर सिंह ने कहा कि जत्थों के रूप जो किसान पैदल दिल्ली की ओर जाएंगे, उनकी जानकारी 1-2 दिन में दे दी जाएगी।