स्वतंत्रता सेनानी पं. गिरधारी लाल को भूला प्रशासन
समराला, 6 जुलाई (निस)
निकटवर्ती गांव पपडौदी में जन्मे पंडित गिरदारी लाल ने देश की आजादी में अहम योगदान दिया। वह महात्मा गांधी के करीबी सहयोगियों में थे और अफ्रीका में ब्रिटिश सरकार की नौकरी छोड़कर देश की आजादी में कूदकर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गये। कुछ साल पहले कांग्रेस सरकार के दौरान देश के लिए उनके बलिदान को याद करने के लिए समराला चौक में उनकी एक ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई थी, जिसे बाद में नए बस स्टैंड के पास नगर परिषद क्षेत्र में स्थापित किया गया। वहां प्रतिमा के रख-रखाव का कोई खास ध्यान नहीं रखा जाता। पं. गिरधारी लाल के चचेरे भाई डाॅ. कृष्ण लाल भागी ने इस बात पर नाराजगी जताई कि 5 जुलाई को पंडित गिरधारी लाल की जयंती थी। इस मौके पर उन्हें किसी प्रशासनिक अधिकारी, किसी राजनीतिक नेता ने याद नहीं किया। कुलवंत सिंह पूर्व सरपंच, अश्वनी कुमार भागी ने स्वयं मूर्ति की सफाई कर माल्यार्पण किया।