शुक्र है, ‘दाना’... पानी में ही निपट गया
भुवनेश्वर/कोलकाता, 25 अक्तूबर (एजेंसी)
चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के कारण शुक्रवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश हुई। कुछ स्थानों पर पेड़ एवं बिजली के खंभे भी उखड़े, लेकिन बुनियादी ढांचे को कोई गंभीर नुकसान नहीं पहुंचा। भारी बारिश के बाद विमान एवं रेल परिचालन भी बहाल हो गया। समय रहते उठाए गए एहतियाती कदमों के चलते जान-माल के नुकसान को टाला जा सका।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा राज्य ने अपना ‘शून्य मानवीय क्षति मिशन’ हासिल कर लिया है, जबकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि प्राकृतिक आपदा के कारण एक व्यक्ति की मौत हुई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि भीषण चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के तट पर पहुंचने की प्रक्रिया शुक्रवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे पूरी हुई और इसे इसमें आठ घंटे लगे। ‘दाना’ तूफान शुक्रवार को रात करीब 12बजकर पांच मिनट पर ओडिशा में केंद्रपाड़ा के भीतरकनिका और भद्रक जिले के धामरा के बीच पहुंचा। उस दौरान हवा की गति करीब 110 किलोमीटर प्रति घंटा थी। पश्चिम बंगाल और ओडिशा, दोनों राज्यों ने लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया था। साथ ही आपदा प्रबंधन की टीमें भी तत्पर रहीं। ओडिशा में आश्रय स्थल में 82 वर्षीय एक बुजुर्ग महिला की मौत हुई। बताया गया कि उन्हें हार्ट अटैक आया था। कोलकाता में मरे व्यक्ति की मौत के कारणों का पता लगाया जा रहा है। इस बीच, अनेक इलाकों के जलमग्न होने की सूचनाएं हैं।