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कनाडा में आतंकवाद और चुनावी हस्तक्षेप बड़ा मुद्दा

08:25 AM Oct 01, 2023 IST

वाशिंगटन, 30 सितंबर (एजेंसी)
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत और कनाडा की सरकारों को एक-दूसरे से बात करनी होगी और यह देखना होगा कि वे खालिस्तान समर्थक अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की मौत हो लेकर अपने मतभेदों को कैसे हल करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद, चरमपंथ और चुनावी हस्तक्षेप को ‘अनुमति देने’ के सबसे बड़े मसले को हल करना होगा। वाशिंगटन में शुक्रवार को भारतीय पत्रकारों के साथ बातचीत में जयशंकर ने कहा कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट की ‘संभावित’ संलिप्तता के कनाडा के आरोपों के संबंध में सूचना पर भारत विचार करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, ‘मामला यह है कि कनाडा ने कुछ आरोप लगाए हैं। हमने उन्हें बताया है कि यह भारत सरकार की नीति नहीं है, लेकिन अगर वे कोई विशिष्ट सूचना तथा कुछ भी प्रासंगिक जानकारी हमारे साथ साझा करने के लिए तैयार हैं, तो हम भी उस पर विचार करने के लिए तैयार हैं।’
जयशंकर ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से भारत के कनाडा सरकार के साथ कुछ मतभेद चल रहे हैं और समस्या आतंकवाद, चरमपंथ तथा चुनावों में हस्तक्षेप के संबंध में ‘अनुमति देने’ के इर्दगिर्द केंद्रित है। उन्होंने कहा, ‘यह अनुमति इस बात से भी पता चलती है कि प्रत्यर्पण के कुछ महत्वपूर्ण अनुरोधों पर उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया, जबकि कुछ ऐसे लोग तथा संगठन हैं, जो भारत में साफ तौर पर हिंसा और गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल हैं।’ जयशंकर ने बताया कि उन्होंने भारत और कनाडा के बीच चल रहे कूटनीतिक विवाद के बारे में अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन से चर्चा की। जयशंकर ने अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और वाणिज्य मंत्री जीना रैमंडो से भी मुलाकात की।

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दूतावास पर बम फेंकना सामान्य बात नहीं

यह पूछने पर कि क्या इस मुद्दे को हल करने के लिए भारत और कनाडा के बीच गतिरोध है, जयशंकर ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि मैं गतिरोध शब्द का इस्तेमाल करूंगा या नहीं। भारत का मुद्दा यह है कि आज हिंसा और धमकी का माहौल है। हमारे दूतावास पर स्मोक बम फेंके गए। हमारे वाणिज्य दूतों के सामने हिंसा की गई। लोगों को निशाना बनाया गया और उन्हें धमकी दी गई। कुछ लोगों के बारे में पोस्टर लगाए गए। क्या आप इसे सामान्य मानते हैं? अगर यह किसी और देश में हुआ होता, तो वे इस पर कैसी प्रतिक्रिया देते?

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