साथ-साथ नहीं चल सकता आतंकवाद और व्यापार
इस्लामाबाद, 16 अक्तूबर (एजेंसी)
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को परोक्ष संदेश देते हुए बुधवार को कहा कि यदि सीमा पार की गतिविधियां आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद पर आधारित होंगी तो व्यापार, ऊर्जा और संपर्क सुविधा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ने की संभावना नहीं है।
जयशंकर ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सहयोग आपसी सम्मान और समानता पर आधारित होना चाहिए। विदेश मंत्री ने इस्लामाबाद में आयोजित एससीओ देशों के शासन प्रमुखों की परिषद (सीएचजी) के शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। इस सम्मेलन की अध्यक्षता पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने की। जयशंकर ने कहा कि सहयोग के लिए भरोसा महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अगर हम अपने फायदे के हिसाब से ही चलेंगे तो सहयोग आगे नहीं बढ़ सकता। उनकी इस टिप्पणी को चीन के आक्रामक व्यवहार के परोक्ष संदर्भ के रूप में देखा जा रहा है। जयशंकर ने पश्चिम एशिया संघर्ष का भी जिक्र किया।
चीन की ‘बेल्ट एंड रोड पहल’ का भारत ने फिर किया विरोध
भारत ने बुधवार को एक बार फिर चीन की महत्वाकांक्षी ‘वन बेल्ट वन रोड’ (ओबीओआर) पहल का समर्थन करने से इनकार कर दिया। इसके साथ ही वह एससीओ का एकमात्र देश बन गया है, जिसने इस विवादास्पद संपर्क परियोजना का समर्थन नहीं किया है। ओबीओआर परियोजना में तथाकथित चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) शामिल है जो कश्मीर के, पाकिस्तान के कब्जे वाले हिस्से से होकर गुजरता है।
एससीओ के ढांचे को मजबूत करें सदस्य : शहबाज
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा, ‘हम परिवर्तन के एक ऐसे ऐतिहासिक क्षण में हैं, जब बड़े पैमाने पर हो रहे बदलाव वैश्विक, सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा परिदृश्य को नया आकार दे रहे हैं।’ उन्होंने एससीओ ढांचे को मजबूत करने पर भी बल दिया। उन्होंने यह भी कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को अफगानिस्तान को मानवीय सहायता प्रदान करनी चाहिए।