मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

सर्दी की रफ्तार में धंसा पारा

05:00 AM Dec 18, 2024 IST
कश्मीर के बारामूला में मंगलवार को बर्फ से ढकी सड़कें। - एएनआई

चंडीगढ़/नयी दिल्ली, 17 दिसंबर (ट्रिन्यू/एजेंसी)
उत्तर भारत के अनेक इलाकों में बेशक अभी कोहरे की मार पड़नी शुरू नहीं हुई, लेकिन ठंड पूरी रफ्तार में है। पहाड़ी इलाके जहां बर्फ से ढके हैं, वहीं मैदानी इलाकों में शीत लहर है।
पंजाब और हरियाणा के कई इलाकों में जबरदस्त ठंड है। मंगलवार को पंजाब में फरीदकोट सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार अमृतसर में न्यूनतम तापमान 2.6, लुधियाना और पटियाला में 4.8, पठानकोट में 2.8, बठिंडा और गुरदासपुर में क्रमश: तीन और 3.5 डिग्री सेल्सियस रहा। चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हरियाणा में हिसार सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 1.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सिरसा में 2.6, करनाल में 4.6, रोहतक और भिवानी में क्रमश: 5.6 और 5.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गुरुग्राम में पारा 6.2, कुरुक्षेत्र में 6.7 और अम्बाला में 7.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
उधर, हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिले लाहौल-स्पीति में भी तापमान माइनस में है। भीषण ठंड के चलते कई इलाकों में प्राकृतिक पेयजल एवं पानी की पाइपें जम चुकी हैं। इसके चलते धूप निकलने के बाद ही पानी की आपूर्ति हो पा रही है। केलांग में तापमान शून्य से पांच डिग्री नीचे तक रिकॉर्ड किया गया।
कश्मीर में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है। श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से 5.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। पर्यटन स्थल गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से चार डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

Advertisement

दिल्ली-एनसीआर की आबोहवा खराब, हाइब्रिड मोड में स्कूल

दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक 427 दर्ज किया गया जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। यहां फिर से ग्रैप के चौथे चरण के तहत कड़े प्रतिबंधों को प्रभावी कर दिया। इसके चलते दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों ने मंगलवार को ‘हाइब्रिड मोड’ (ऑनलाइन और ऑफलाइन) में कक्षाओं का संचालन शुरू कर दिया। संशोधित ग्रैप के अनुसार, चरण चार के तहत दिल्ली एनसीआर में कक्षा छह से नौ और 11वीं के छात्रों के लिए कक्षाएं हाइब्रिड मोड में संचालित होनी चाहिए।

Advertisement
Advertisement