For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.

उम्मीदवारों के लिए भाजपा में हो रहा टेलीफोन से सर्वे

09:58 AM Jul 18, 2024 IST
उम्मीदवारों के लिए भाजपा में हो रहा टेलीफोन से सर्वे
Advertisement

दिनेश भारद्वाजध/ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 17 जुलाई
राजधानी चंडीगढ़ से सटे पंचकूला में राजनीति गरमा गई है। यहां दोनों ही प्रमुख दलों – भाजपा व कांग्रेस में टिकट को लेकर अभी से मारामारी शुरू हो गई है। भाजपा के संभावित उम्मीदवारों के लिए टेलीफोन कॉल के जरिये सर्वे करवाया जा रहा है। हालांकि यह सर्वे पार्टी के स्तर पर नहीं बल्कि व्यक्तिरूप रूप से हो रहा है। फोन पर तीन ही नामों के विकल्प दिए जा रहे हैं। इनमें सबसे ऊपर मौजूदा विधायक और विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता का नाम शामिल है। पंचकूला के निवासियों के मोबाइल पर 7314594340 नंबर से फोन करके प्रत्याशी को लेकर सर्वे किया जा रहा है। पहले ज्ञानचंद गुप्ता का नाम है। वहीं दूसरे नंबर पर सीएम के एडवाइजर (पब्लिसिटी) तरुण भंडारी और तीसरे नंबर पर पंचकूला नगर निगम के मेयर कुलभूषण अग्रवाल के बारे में पूछा जा रहा है। इनमें से किसे प्रत्याशी के तौर पर देखना चाहते हैं तो क्रमश: 1, 2 और 3 नंबर दबाने का आग्रह किया जा रहा है। तीनों में से कोई भी प्रत्याशी अगर उचित नहीं लगता तो चार नंबर दबाने का विकल्प है।
ज्ञानचंद गुप्ता ने पहली बार 2014 में पंचकूला से भाजपा टिकट पर चुनाव जीता। वे भाजपा के चीफ व्हिप रहे और उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया। 2019 में पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन बिश्नोई को पछाड़ कर दोबारा विधानसभा पहुंचे ज्ञानचंद गुप्ता को इस बार विधानसभा का स्पीकर बनाया गया। ज्ञानचंद गुप्ता पंचकूला शहर में कई बड़े प्रोजेक्ट लाने में कामयाब रहे हैं। उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती केवल उनकी उम्र है। हालांकि जिस तरह से लोकसभा में भाजपा ने उम्रदराज लोगों को चुनाव लड़वाया, उससे यह भी लगता है कि गुप्ता की टिकट की राह फिर से आसान हो सकती है। फोन कॉल के जरिये लोगों से लिए जा रहे सुझावों की वजह से पंचकूला में भाजपा टिकट के दावेदार नेताओं की टेंशन बढ़ा दी है। हरियाणा राज्य बाल संरक्षण अधिकार आयोग की चेयरपर्सन रहीं रंजीता मेहता सहित कई नेता हैं, जो विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं।
वहीं कांग्रेस में टिकट को लेकर आधा दर्जन से अधिक नेता लॉबिंग कर रहे हैं। इस सीट पर सबसे मजबूत और बड़ा दावा पूर्व सीएम चौ़ भजनलाल के बेटे और पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन बिश्नोई का है। पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन बंसल के बेटे मनीष बंसल ने भी महीनेभर से पंचकूला में सक्रियता बढ़ा दी है। उन्होंने सेक्टर-7 में कार्यालय भी खोल लिया है। पवन बंसल चंडीगढ़ से लोकसभा चुनाव लड़ते रहे हैं लेकिन इस बार कांग्रेस ने उनका टिकट काट दिया।
उनकी जगह मनीष तिवारी ने चुनाव लड़ा और वे अंदरुनी विरोध और भितरघात के बाद भी जीत हासिल करने में कामयाब रहे।

बरनाला में होगा उपचुनाव

गुरमीत सिंह मीत हेयर हालिया लोकसभा चुनावों में संगरूर लोकसभा क्षेत्र से सांसद बन गए हैं। ऐसे में बरनाला हलके में उपचुनाव भी होगा। पंचकूला में टिकट के लिए भागदौड़ कर रहे कांग्रेसी कह रहे हैं कि मनीष बंसल को अगर चुनाव लड़ना है तो उन्हें पंचकूला की जगह बरनाला से उपचुनाव लड़ना चाहिए। कांग्रेसियों का कहना है कि पंचकूला से स्थानीय नेता को ही टिकट दिया जाना चाहिए। पैराशूट उम्मीदवार को टिकट देने पर पार्टी को नुकसान हो सकता है।

Advertisement

चंद्रमोहन को शिफ्ट करना पड़ सकता हलका!

कांग्रेस गलियारों में जिस तरह से मनीष बंसल के नाम की चर्चा है, उससे सबसे अधिक परेशानी चंद्रमोहन बिश्नोई की बढ़ी हुई है। मनीष बंसल को अगर टिकट मिलता है तो चंद्रमोहन बिश्नोई को अपना हलका भी शिफ्ट करना पड़ सकता है। ऐसे में वे कालका से चुनाव लड़ने की कोशिश करेंगे लेकिन यहां से प्रदीप चौधरी कांग्रेस के सिटिंग विधायक हैं। ऐसे में उन्हें फतेहाबाद या हिसार के नलवा हलके से भी चुनाव लड़ने के लिए कहा जा सकता है।

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
×