भारतीय दल के ध्वजवाहक बने बावल के टेकचंद
रेवाड़ी, 24 अगस्त (निस)
जापान के टोक्यों में मंगलवार से आरंभ हुए पैरालंपिक-2020 के उद्घाटन समारोह में जिला के बावल निवासी पैरालंपिक खिलाड़ी टेकचंद नेे ध्वजवाहक के रूप में भारतीय दल का नेतृत्व किया। टेकचंद को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ट्वीट कर बधाई व अच्छे प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दी हैं। वहीं खेल कैटेगरी बदले जाने के बाद अब टेकचंद भाला फेंक के स्थान पर गोला फेंक प्रतियोगिता में अपना दम दिखाएंगे। बावल के विधायक व मंत्री डा. बनवारी लाल व उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने भी टेकचंद को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि वह अच्छा प्रदर्शन करते हुए देश का नाम रोशन करेंगे। उन्होंने हरियाणा के खिलाडि़यों को बधाई देते हुए कहा कि हरियाणा के सभी खिलाड़ी बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए मेडल जीतेंगे।
परिवार का गर्व से सीना हो गया चौड़ा : जिस समय टेकचंद तिरंगा हाथ में उठाए ओपनिंग सेरेमनी का नेतृत्व कर रहे थे, उस समय उनका पूरा परिवार बावल में टीवी के आगे टकटकी लगाए बैठा था। उसकी मां विद्या देवी की आंखे सजल हो गई थी। मां व भाई दुलीचंद ने कहा कि आज उनका सीना गर्व से चौड़ा हो गया। टेकचंद की अचानक खेल कैटेगरी बदलने पर उन्होंने कहा कि पिछले 3 साल से वह भाला फेंक की तैयारी कर रहा था। लेकिन वह गोला फेंक में भी माहिर है और जरूर बाजी मारेगा। वह गोला फेंक में पैरा एशियाड में कांस्य पदक जीत चुका है। उन्होंने कहा कि उन्हें 27 अगस्त का इंतजार है, जब उसे मौका मिलेगा। बता दें कि सड़क हादसे में टेकचंद की रीढ़ की हड्डी टूट जाने के बाद भी कभी हिम्मत नहीं हारी।
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सोनीपत के लघु सचिवालय परिसर में प्रदर्शन करते उमेदगढ़ के ग्रामीण।
हत्यारोपियों पर नहीं हुई कार्रवाई, प्रदर्शन
सोनीपत, 24 अगस्त (निस)
उमेदगढ़ के दो किशोरों की हत्या के आरोप के मामले में मंगलवार को ग्रामीणों ने लघु सचिवालय परिसर में पहुंचकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। मृतक किशोरों के परिजनों ने पुलिस पर कोताही बरतने के आरोप भी लगाए। बाद में नगराधीश जितेंद्र को उपायुक्त के नाम ज्ञापन भी सौंपा। डीसी और एसपी से मिल मामले से अवगत कराया। उमेदगढ़ के लोग पंचायत भवन में इकट्ठा हुए, जहां से विरोध मार्च निकालते हुए लघु सचिवालय परिसर में पहुंचे थे। मृतक के परिजनों ने बताया कि 18 जुलाई को उनके बेटों को कुछ युवक अपने साथ घर से लेकर गए थे। जब उनके बेटे घर नहीं लौटे तो उन्होंने आरोपी युवक के पास फोन किया तो उसने बताया कि वह दोनों को यमुना नदी पर छोड़कर आ गया है। नदी पर किशोरों की तलाश की। परिजनों ने आरोप लगाया कि आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर उनके बच्चों की हत्या कर उन्हें यमुना में फेंक दिया। मुरथल थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया। परंतु आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
दो दिन में होगी निष्पक्ष कार्रवाई : एसपी
विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस ने ग्रामीणों के सामने 5 सदस्यों को डीसी से मिलवाने का आश्वासन दिया। परंतु ग्रामीण इस बात पर राजी नहीं हुए। इसके बाद नगराधीश जितेंद्र मौके पर पहुंचे और बातचीत की। ग्रामीणों ने नगराधीश को ज्ञापन सौंपा। बाद में कमेटी उपायुक्त ललित सिवाच से मिलने के लिए पहुंची व एसपी से भी मिली। एसपी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि दो दिनों में मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।