आचार संहिता उल्लंघन के मामलों के लिए गठित होंगी टीमें
चंडीगढ़, 16 अप्रैल (ट्रिन्यू)
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने सभी उपायुक्तों-सह-जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अपने-अपने जिलों में आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों के निपटान के लिए सोशल मीडिया टीम गठित करें। वे मंगलवार को यहां वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से लोकसभा चुनाव प्रबंधन को लेकर सभी उपायुक्तों-सह-जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जिला उपायुक्तों से कहा कि वे प्रदेश की सभी विधानसभा क्षेत्रों की वर्नेबल मैपिंग करवाएं ताकि लोकसभा चुनाव में किसी भी प्रकार की समस्या न आए। सभी पीठासीन अधिकारियों तथा वैकल्पिक पीठासीन अधिकारियों की ट्रेनिंग करवाई जाए। साथ ही, ईवीएम मशीनों का पहले दौर का रैंडमाइजेशन किया जाए। 13 मई से पहले दूसरे दौर का भी रैंडमाइजेशन करना होगा।
अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में नये वोट बनवाने के लिए 26 अप्रैल तक कोई भी फार्म-6 लम्बित न रहे। 85 वर्ष से अधिक की आयु वाले मतदाताओं तथा दिव्यांग मतदाताओं के घर से वोट डालने का विकल्प समय रहते ले लिया जाए ताकि उन्हें वोट डालने में कोई दिक्कत न आए। उन्होंने कहा कि जिला निर्वाचन अधिकारी व्यक्तिगत रूप से पोलिंग स्टेशनों का निरीक्षण करें और निर्वाचन विभाग को इसका प्रमाणीकरण भेजना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि पंचायती राज संस्थानों, लोक निर्माण (भवन एवं सड़कें), शहरी स्थानीय निकाय विभाग लोकसभा चुनाव अवधि के दौरान जिन पुराने भवनों व इमारतों में पोलिंग बूथ बनाए गए हैं, उन्हें न गिराया जाए।
बूथ लेवल जागरूकता ग्रुप बनाया जाएं, जो लोगों को अधिक से अधिक मतदान करने के लिए प्रेरित करे। इस बार चुनाव आयोग ने शहरी क्षेत्रों में मतदान को बढ़ाने के लिए क्यू मैनेजमेंट एप लांच किया है ताकि मतदाताओं को मतदान के दिन लगने वाले लाइन की जानकारी मिल सके और उसे वोट डालने के लिए ज्यादा देर इंतजार न करना पड़े।