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तेदेपा ने किया ‘प्रयोगशाला रिपोर्ट’ में ‘गाय की चर्बी’ की पुष्टि का दावा

11:47 AM Sep 20, 2024 IST
तेदेपा ने किया ‘प्रयोगशाला रिपोर्ट’ में ‘गाय की चर्बी’ की पुष्टि का दावा
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अमरावती, 19 सितंबर (एजेंसी)
विश्व प्रसिद्ध तिरुपति लड्डू बनाने में घटिया सामग्री और पशु चर्बी के कथित उपयोग को लेकर उठे विवाद के बीच, सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला ने मिलावट की पुष्टि की है। तेदेपा प्रवक्ता अनम वेंकटरमण रेड्डी ने एक संवाददाता सम्मेलन में प्रयोगशाला की एक कथित रिपोर्ट दिखाई, जिसमें दिए गए घी के नमूने में ‘गाय की चर्बी’ की मौजूदगी की पुष्टि की गई थी। कथित प्रयोगशाला रिपोर्ट में नमूनों में ‘लार्ड’ (सूअर की चर्बी से संबंधित) और मछली के तेल की मौजूदगी का भी दावा किया गया है। नमूने लेने की तारीख नौ जुलाई, 2024 थी और प्रयोगशाला रिपोर्ट 16 जुलाई की थी।
आंध्र प्रदेश सरकार या तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी), जो प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का प्रबंधन करता है, ने प्रयोगशाला रिपोर्ट पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेदेपा सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू ने यहां बुधवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन विधायक दल की एक बैठक को संबोधित करते हुए दावा किया था कि पिछली वाईएसआरसीपी सरकार ने श्री वेंकटेश्वर मंदिर को भी नहीं बख्शा और लड्डू के निर्माण में भी घटिया सामग्री और पशु चर्बी का इस्तेमाल किया।

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वाईएसआरसीपी ने की नायडू की आलोचना

युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने इस सारे मामले पर चंद्रबाबू नायडू पर निशाना साधा और कहा कि इससे देवता का अपमान हुआ है और भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। वाईएसआरसीपी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की बहन और राज्य कांग्रेस प्रमुख वाईएस शर्मिला ने नायडू के दावे की पुष्टि के लिए सीबीआई जांच की मांग की। शर्मिला ने कहा कि नायडू के आरोपों से करोड़ों हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई हैं जो भगवान वेंकटेश्वर को पूज्य देवता मानते हैं।

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