5 साल में 15 हजार एकड़ में 30 हजार टन झींगा उत्पादन का टारगेट
चंडीगढ़, 21 नवंबर (ट्रिन्यू)
विश्व मत्स्य दिवस के अवसर पर आज गुजरात के अहमदाबाद में दो दिवसीय ग्लोबल फिशरीज कॉन्फ्रेंस इंडिया-2023 की आयोजन किया गया। काॅन्फ्रेंस का उद्घाटन केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने किया। हरियाणा के कृषि तथा पशुपालन एवं डेयरी मंत्री जयप्रकाश दलाल इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। इस मौके पर दलाल ने कहा कि मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए किसानों को जागरूक करने के साथ-साथ नई-नई योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि अगले पांच वर्षों में राज्य सरकार ने अतिरिक्त 15 हजार एकड़ में लगभग 30 हजार टन झींगा उत्पादन का लक्ष्य रखा है। चालू वित्त वर्ष में अब तक राज्य में 46 हजार 493 एकड़ जलक्षेत्र में 1.62 लाख टन मत्स्य उत्पादन तथा लगभग 4350 एकड़ में 7500 टन झींगा उत्पादन हुआ। इससे मत्स्य पालकों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि गत वित्त वर्ष में 45,015 एकड़ जलक्षेत्र में 2.12 लाख टन मत्स्य उत्पादन हुआ था।
दलाल ने बताया कि गांव गरवा, जिला भिवानी में 25 एकड़ भूमि में लगभग 100 करोड़ रुपये लागत से एकीकृत एक्वा पार्क-सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के निर्माण को मंजूरी दी है। जल्दी ही निर्माण कार्य की शुरूआत होगी। प्रदेश के खारे पानी व जल भराव वाले क्षेत्र तथा आस-पास के प्रदेशों जैसे पंजाब व राजस्थान के किसानों के लिए यह सेंटर एक वरदान साबित होगा। इतना ही नहीं, सुल्तानपुर (गुरुग्राम) में एक मॉडर्न होलसेल फिश मार्केट का निर्माण प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि 2014-15 में विभाग का बजट मात्र 7 करोड़ रुपये था। इसे राज्य सरकार ने बढ़ाकर आज लगभग 250 करोड़ रुपये कर दिया है।
विभाग की ओर से किसानों को आधुनिक तकनीक द्वारा मछली उत्पादन बढ़ाने की ट्रेनिंग पर जोर दिया जा रहा है। आज हरियाणा मत्स्य बीज उत्पादन में आत्मनिर्भर प्रदेश बन चुका है।