एनएच अधिकारियों-किसानों के बीच वार्ता बेनतीजा
शाहाबाद मारकंडा, 23 जुलाई (निस)
नेशनल हाईवे की ओर से शाहाबाद लाडवा चौक पुल और गांव रतनगढ़ पुल के नीचे से बरसाती पानी की निकासी के लिए बनाए जा रहे नाले के विरोध में दर्जनों गांवों के किसान लामबद हो गए हैं। किसानों ने इस नाले के निर्माण कार्य को बंद करवा दिया है। इस सिलसिले में मंगलवार को नेशनल हाईवे के अधिकारी भानू प्रताप सिंह अपनी टीम के साथ शाहाबाद के गांव रतनगढ़ पहुंचे। जहां किसानों व नेशनल हाईवे की टीम में देर तक चली बैठक बेनतीजा निकली। किसानों का प्रतिनिधित्व कर रहे भाकियू के प्रैस प्रवक्ता राकेश बैंस ने कहा कि यह नाला बिना रोड मैप के तैयार किया जा रहा है और आगे यह पानी कहां छोड़ा जाएगा इसे लेकर भी कोई व्यवस्था नजर नहीं आ रही है।
राकेश बैंस, हरकेश खानपुर, सुरजीत खानपुर, पंकज हबाना, अटवान के सरपंच विक्रम, जयपाल चढ़ूनी, नरेन्द्र कुमार, कर्ण सिंह, गुलाब सिंह ढोला माजरा, सुरजीत सिंह खानपुर, रणधीर सिंह, महिन्द्र सिंह पूर्व सरपंच ने कहा कि शाहाबाद सड़क के साथ बसी कई कालोनियों व पूरे गांव रतनगढ़ का पानी इस नाले में डाला जाएगा। उन्होंने कहा कि इस पानी के कारण उनके खेत तो डूबेंगे ही और पानी में मिली गंदगी और केमिकल भी उनकी फसल को नुकसान पहुंचाएगी। उन्होंने कहा कि इसलिए वह किसी भी कीमत पर इस नाले का निर्माण नहीं होने देंगे।
किसानों ने कहा कि नेशनल हाईवे शाहाबाद का पानी उठा कर गांव रतनगढ़, हबाना, अटवान, चढ़ूनी, खानपुर, ढोला माजरा आदि में छोड़ने का प्रयास कर रहा है जो कि किसी कीमत पर नहीं होने दिया जाएगा। किसानों ने कहा कि नेशनल हाईवे को जमीन एक्वायर करके स्टोरेज सिस्टम बनाना चाहिए। पंचायत की जमीन पर किसी तरह का वाटर स्टोरेज नहीं बनाने दिया जाएगा। मौके पर पहुंचे विधायक रामकरण काला ने भी किसानों का समर्थन किया और कोई हल न निकलने तक नाले को निर्माण कार्य को रुकवा दिया।
सिर्फ बरसाती पानी नाले में डालने का आश्वासन
नेशनल हाईवे के अधिकारी भानु प्रताप सिंह ने किसानों को आश्वासन दिया कि वह लिखित में देने को तैयार हैं कि इस नाले के माध्यम से केवल लाडवा चौक पुल और रतनगढ़ पुल के नीचे खड़े होने वाले बरसाती पानी की निकासी की जाएगी और इसके अलावा एक भी बूंद पानी न तो किसी कालोनी का और न ही किसी गांव का पानी इसमें डाला जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति इस नाले में किसी तरह का पानी डालने का प्रयास करेगा तो उसके खिलाफ मामला दर्ज करवाया जाएगा। इस नाले के पानी से किसी के खेत को नुकसान नहीं होगा और अगर इस नाले के पानी से किसी के खेत या फसल को नुकसान होता है तो उसकी भरपाई नेशनल हाईवे द्वारा करवाई जाएगी। भानु प्रताप ने कहा कि अगर पूरे दिन व रात में वर्षा होती है तो उसका पानी केवल लाखों लीटर में होगा जबकि नेशनल हाईवे ने जो गांव रतनगढ़ में जो वाटर स्टोरेज बनाया है उसकी केपेसिटी करोड़ लीटर की रहेगी और इसके अलावा 100 वार्टर रिचार्जर भी बनाए जाएंगे। नेशनल हाईव किसानों को बुधवार को लिखित में आश्वासन दे सकता है।
लिखित आश्वासन आने के बाद करेंगे पंचायत
भाकियू के प्रैस प्रवक्ता राकेश बैंस ने कहा कि नेशनल हाईवे के अधिकारी भानु प्रताप ने कुछ बिन्दुओं पर लिखित आश्वासन देने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि जब लिखित आश्वासन किसानों के पास आएंगे तो उसके बाद किसान अपनी बड़ी पंचायत करके अगला निर्णय लेंगे कि इस नाले का निर्माण होगा या नहीं।