For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

कांग्रेस और आप में वार्ता सही दिशा में

07:15 AM Sep 08, 2024 IST
कांग्रेस और आप में वार्ता सही दिशा में
दीपक बाबरिया

दिनेश भारद्वाज/ ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 7 सितंबर
हरियाणा में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच गठबंधन को लेकर अभी भी सकारात्मक बातचीत चल रही है। बेशक, सीट बंटवारे को लेकर चार दिनों से पेच फंसा हुआ है। शनिवार को दिल्ली में कई दौर की बैठकों के बाद कांग्रेस के हरियाणा मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि आप के साथ गठबंधन जल्द फाइनल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि आप को अच्छी संख्या में सीटें दी जा रही हैं। उन्होंने एक-दो दिन में गठबंधन का फैसला होने की बात भी कही।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के निर्देशों के बाद ही गठबंधन की संभावनाएं तलाशी गईं। आप के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह के अलावा राघव चड्ढा के साथ मैराथन बैठकें चल रही हैं। शनिवार को भी दीपक बाबरिया और राघव चड्ढा के बीच लंबी बातचीत चली। रात करीब साढ़े 8 बजे मीटिंग खत्म होने के बाद बाबरिया ने स्पष्ट संकेत दिए कि बातचीत सही दिशा में आगे बढ़ रही है। सोशल मीडिया व राजनीतिक गलियारों में गठबंधन वार्ता फेल होने की दिनभर चली चर्चाओं पर उन्होंने एक-दो दिन में फैसला होने का बयान देकर विराम लगाने का काम भी किया।
हालांकि, इससे पहले आप के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री डॉ. सदीप पाठक की प्रेस काॅन्फ्रेंस से इसी तरह के संकेत मिले थे कि गठबंधन सिरे चढ़ना संभव नहीं है। संदीप पाठक ने बिना किसी राजनीतिक दल या नेता का नाम लिए चेतावनी भरे शब्दों में कहा– जो लोग पार्टी (आप) को कम आंकते हैं, उन्हें पछताना पड़ेगा। उन्होंने प्रेस काॅन्फ्रेंस में कहा कि पार्टी की सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी है। वहीं, राघव चड्ढा ने मीटिंग के बाद कहा– उम्मीद। और उम्मीद पर दुनिया कायम है।

Advertisement

6 से 7 सीटों पर सहमति की सूचना

दिल्ली से जुड़े सूत्रों की मानें तो कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच 6 से 7 सीटों पर सहमति हो गई है। आप की ओर से 10 सीटों की डिमांड की गई थी। कांग्रेस पांच सीटें देने के लिए तैयार हो गई थी। इस पर सहमति नहीं बनती दिखी तो कांग्रेस अब आगे बढ़ी है। कांग्रेस भी इसलिए गठबंधन की पक्षधर है ताकि आप के अकेले चुनाव लड़ने से वोटों के विभाजन को रोका जा सके।

Advertisement
Advertisement
Advertisement