3 जिलों पर फिर तालिबान का कब्जा, पंजशीर की घेराबंदी
काबुल, 23 अगस्त (एजेंसी)
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद देश छोड़ने के लिए मची अफरा-तफरी के बीच काबुल अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सोमवार तड़के हुई गोलीबारी में एक अफगान सैनिक की मौत हो गयी, जबकि 3 अन्य घायल हो गये। वहीं, तालिबान ने अपने लड़ाकों को उत्तरी क्षेत्र में भेजा है, जहां उसे सशस्त्र प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। तालिबान ने कहा कि उसने उत्तर में बगलान प्रांत स्थित अंदराब घाटी में 3 जिलों पर फिर से कब्जा कर लिया है, जिन्हें एक दिन पहले उसके विरोधियों ने अपने नियंत्रण में ले लिया था। इसके साथ ही पंजशीर को भी तालिबानी लड़ाकों ने घेर लिया है।
वर्ष 2001 में तालिबान को हटाने के लिए अमेरिका का साथ देने वाले ‘नार्दर्न अलायंस’ संगठन के दिवंगत कमांडर अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद ने कहा कि उसके लड़ाके भी पंजशीर में मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि ताकत से प्रांत पर कब्जा करने की कोिशश का उनके लड़ाके मुकाबला करेंगे, लेकिन तालिबान के साथ वार्ता का रास्ता खुला है। तालिबान के प्रवक्ता जबील्ला मुजाहिद ने कहा कि तालिबान की योजना पंजशीर के लोगों से बात करने की है।
अमेरिका को चेतावनी, 31 अगस्त ‘रेड लाइन’
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हाल ही में कहा था कि लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए उनके सैनिक 31 अगस्त की तय समय सीमा के बाद भी अफगानिस्तान में बने रह सकते हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी कहा है कि वह अभियान आगे बढ़ाने के लिए बाइडेन से आग्रह करेंगे। वहीं, तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने ‘स्काई न्यूज’ के साथ साक्षात्कार में कहा कि 31 अगस्त ‘रेड लाइन’ है और अमेरिकी सैनिकों की मौजूदगी की समय सीमा बढ़ाना उकसावे का कदम होगा।
दोहा से 4 विमानों में लाए गये 146 भारतीय
नयी दिल्ली (एजेंसी) : अफगानिस्तान से निकाले गये 146 भारतीय नागरिक कतर की राजधानी से 4 विमानों के जरिये सोमवार को भारत पहुंचे। इन नागरिकों को अमेरिका और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के विमान के जरिये पिछले कुछ दिन में काबुल से दोहा ले जाया गया था।
गुरुग्रंथ साहिब की प्रतियों, 75 लोगों को निकाला
भारतीय वायुसेना के एक विमान ने पवित्र गुरुग्रंथ साहिब की 3 प्रतियों और 75 लोगों को लेकर काबुल हवाई अड्डे से उड़ान भरी। इनमें 46 अफगान सिख और हिन्दू शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। वहीं, लोगों को बाहर निकालने के प्रयासों में विदेश मंत्रालय और भारतीय वायुसेना के साथ सहयोग कर रहे संगठन इंडियन वर्ल्ड फोरम के अध्यक्ष पुनीत सिंह चंडोक ने बताया कि अब भी अफगानिस्तान में करीब 200 अफगान सिख और हिन्दू फंसे हुए हैं। उन्होंने बताया कि इन लोगों ने काबुल के करते पारवान गुरुद्वारे में शरण ली है।