तालिबान ने की ‘युद्ध समाप्ति’ की घोषणा, राष्ट्रपति और राजनयिक काबुल से भागे!
काबुल, 16 अगस्त (एजेंसियां)तालिबान ने घोषणा की है कि अफगानिस्तान में युद्ध समाप्त हो गया है। विद्रोहियों ने काबुल में राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया। राष्ट्रपति अशरफ गनी रविवार को देश से भाग गए क्योंकि इस्लामी आतंकवादी शहर में प्रवेश कर गये थे। गनी ने यह कहा था कि वह रक्तपात से बचना चाहते हैं इसलिये देश छोड़कर गये। वहीं सैकड़ों अफगान काबुल हवाई अड्डे पर पहुंच गये हैन और जबरन हवाई जहाज पर चढ़ने का प्रयास कर रहे हैं। तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद नईम ने अल जज़ीरा टीवी को बताया, ‘आज का दिन अफ़ग़ान लोगों और मुजाहिदीन के लिए एक महान दिन है। उन्होंने 20 वर्षों तक उनके प्रयासों और उनके बलिदान का फल देखा है।’
तालिबान के एक प्रवक्ता एवं वार्ताकार ने रविवार को कहा था कि चरमपंथी संगठन अफगानिस्तान में ‘‘खुली, समावेशी इस्लामी सरकार” बनाने के मकसद से वार्ता कर रहा है। इससे पहले, तालिबान के एक अधिकारी ने कहा था कि संगठन राष्ट्रपति भवन से एक नयी सरकार की घोषणा करेगा लेकिन वह योजना फिलहाल टलती दिख रही है। अल-जज़ीरा समाचार चैनल ने जो तस्वीरें प्रसारित कीं उनमें तालिबान लड़ाकों का एक समूह राष्ट्रपति भवन के अंदर नजर आ रहा है।
सऊदी अरब ने अफगानिस्तान से अपने नागरिकों को निकाला, न्यूजीलैंड ने भेजा विमान
सऊदी अरब ने कहा कि उसने काबुल में अपने दूतावास से सभी राजनयिकों को निकाल लिया है, वहीं न्यूजीलैंड सरकार भी देश से अपने लोगों की निकासी के लिए विमान भेज रही है। सऊदी अरब ने कहा कि बदलते जमीनी हालात के मद्देनजर उसने रविवार को काबुल में अपने दूतावास से सभी कर्मियों को निकाल लिया है। अफगानिस्तान की राजधानी पर तालिबान के कब्जे के बाद कई अन्य देशों ने वहां स्थित अपने दूतावास बंद कर दिए हैं। न्यूजीलैंड की सरकार ने कहा कि अफगानिस्तान से न्यूजीलैंड के 53 नागरिकों और देश के सैनिकों के मददगार रहे अनेक अफगानी लोगों एवं उनके परिवारों को निकालने के लिए वह सी-130 हरक्युलिस सैन्य परिवहन विमान भेज रहा है। प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डन ने कहा कि देश के सैनिकों के मददगार 37 अफगानी लोगों की पहचान की गई है लेकिन जब उन पर निर्भर लोगों तथा अन्य को भी शामिल किया जाएगा तो वहां से निकाले जाने वाले लोगों की तादाद सैकड़ों में होगी।
अफगान नागरिकों को बर्बर शासन लौटने का भय
इस्तांबुल : अफगानिस्तान में तालिबान ने देश में शांति का नया युग लाने का वादा किया है, लेकिन अफगान इससे आश्वस्त नहीं हैं और उनके दिलों में तालिबान का पुराना बर्बर शासन लौटने का भय है। जिन लोगों को तालिबान का शासन याद है और जो लोग तालिबान के कब्जे वाले इलाकों में रह चुके हैं वे तालिबान के भय से वाकिफ हैं। जिन इलाकों में तालिबान ने हाल में कब्जा किया है वहां सरकारी कार्यालय, दुकानें, स्कूल आदि अब भी बंद हैं और नागरिक छिपे हुए हैं या फिर राजधानी काबुल जा रहे हैं। देश में तालिबान के कट्टर शरिया शासन लौटने की आहटें सुनाई देने लगी हैं, जिसके तले देश की जनता ने 1996 से 2001 का वक्त बिताया था। 9/11 हमले के बाद अमेरिका ने अफगानिस्तान से तालिबान शासन को समाप्त किया।